प्रदेश कांग्रेस में इस समय कई गुटों में बंटी हुई है और सचिन पायलट का गुट तो अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती गुट अपनाए हुए है। कांग्रेस इस मुद्दे का समाधान करती उससे पहले उसे बड़ा झटका लगा है।
संयम लोढ़ा ने कहा कि वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार के जिन मुद्दों का जिक्र पायलट कर रहे हैं, उन्हें मैंने पूरे 5 साल उठाया लेकिन तब वह या उनकी टीम का कोई आदमी हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने आप को ही ललकारा है। कांग्रेस एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं और कंधा हमारा इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता, डॉ सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, कुंजी लाल मीणा, आलोक गुप्ता, दिनेश कुमार समेत कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
सचिन पायलट ने अब अशोक गहलोत के खिलाफ सीधा रण छेड़ दिया है। आज जन संघर्ष यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने 15 दिनों में हमारी मांग नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
सचिन पायलट अपने हजारों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ 15 मई तक पदयात्रा पर हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पायलट की तारीफ करते हुए सीएम गहलोत पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे और युवाओं की समस्याएं हमें प्रभावित करते हैं।
कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
सचिन पायलट ने कहा कि हम जनता के बीच में जाकर उनका समर्थन ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि राजस्थान में एक नया आगाज हो और जो भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को खा रहा है उससे छुटकारा मिले।
कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने अशोक गहलतो पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग।
गहलोत-पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है। यहां कुर्सी लूटने व कुर्सी बचाने का खेल चल रहा है।
राजस्थान में एक ही मंच पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे तो अपने-अपने भाषणों में बिना किसी का नाम लिए, एक दूसरे पर निशाने साधे।
PM मोदी ने कहा कि हमारे देश में कुछ लोग ऐसी विकृत विचारधारा के शिकार हो चुके हैं, इतनी नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि देश में कुछ भी अच्छा होता हुआ वह देखना ही नहीं चाहते।
इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में पीएम मोदी राजस्थान की सियासी पिच पर आज क्या कुछ बोलते हैं वो काफी अहम होगा। आज के कार्यक्रम में रैली भले ही सबसे आखिर में हो लेकिन सबकी नज़र पीएम मोदी के यहां होने वाले भाषण पर होगी।
अशोक गहलोत के बयान पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि किसी को गलतफहमी न हो कि सरकार को उसने बचाया। सरकार को सोनिया गांधी ने बचाया है। राहुल और सोनिया के चेहरे पर सरकार बची है।
अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में सरकार बचाने के पीछे बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का हाथ है। गहलोत के इस बयान को लेकर सचिन पायलट आज आग बबूला दिखे।
अशोक गहलोत के दावे से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मच गया है। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने के ‘षडयंत्र’ का समर्थन नहीं किया।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से जब यह सवाल किया गया कि राजस्थान मॉडल के राहत कैम्प को लेकर कर्नाटक चुनावों में उतरे हैं कितना फीड बैक मिल रहा है? इस पर उन्होंने कहा कि पहले से कांग्रेस को लेकर यहां अच्छी ओपिनियन है।
सीएम गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह कहते हैं कि वह आरोपी नहीं हैं। जब आप आरोपी नहीं हैं तो आप जमानत के लिए उच्च न्यायालय क्यों गए? या तो सिंह को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, या प्रधानमंत्री को ऐसे भ्रष्ट मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
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