कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
Jan Sangharsh Yatra: आज कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने अजमेर से अपनी पदयात्रा की शुरुआत कर दी. लेकिन खास बात ये है कि सचिन की पदयात्रा में न तो कांग्रेस का झंडा है, न कांग्रेस का नाम है, न कांग्रेस का निशान है, न सोनिया गांधी, राहुल गांधी या मल्लिकारजुन खरगे की तस्वीर है.
सचिन पायलट ने कहा कि हम जनता के बीच में जाकर उनका समर्थन ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि राजस्थान में एक नया आगाज हो और जो भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को खा रहा है उससे छुटकारा मिले।
कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
Rajsthan Latest News: कांग्रेस नेता सचिन पायलट की आज से जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत... अजमेर शरीफ़ से जयपुर तक करेंगे 125 किलोमीटर लंबी यात्रा. कांग्रेस नेता सचिन पायलट की आज से जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत... अजमेर शरीफ़ से जयपुर तक करेंगे 125 किलोमीटर लंबी यात्रा
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने अशोक गहलतो पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग।
गहलोत-पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है। यहां कुर्सी लूटने व कुर्सी बचाने का खेल चल रहा है।
राजस्थान में एक ही मंच पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे तो अपने-अपने भाषणों में बिना किसी का नाम लिए, एक दूसरे पर निशाने साधे।
PM मोदी ने कहा कि हमारे देश में कुछ लोग ऐसी विकृत विचारधारा के शिकार हो चुके हैं, इतनी नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि देश में कुछ भी अच्छा होता हुआ वह देखना ही नहीं चाहते।
इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में पीएम मोदी राजस्थान की सियासी पिच पर आज क्या कुछ बोलते हैं वो काफी अहम होगा। आज के कार्यक्रम में रैली भले ही सबसे आखिर में हो लेकिन सबकी नज़र पीएम मोदी के यहां होने वाले भाषण पर होगी।
अशोक गहलोत के बयान पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि किसी को गलतफहमी न हो कि सरकार को उसने बचाया। सरकार को सोनिया गांधी ने बचाया है। राहुल और सोनिया के चेहरे पर सरकार बची है।
अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में सरकार बचाने के पीछे बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का हाथ है। गहलोत के इस बयान को लेकर सचिन पायलट आज आग बबूला दिखे।
अशोक गहलोत के दावे से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मच गया है। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने के ‘षडयंत्र’ का समर्थन नहीं किया।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से जब यह सवाल किया गया कि राजस्थान मॉडल के राहत कैम्प को लेकर कर्नाटक चुनावों में उतरे हैं कितना फीड बैक मिल रहा है? इस पर उन्होंने कहा कि पहले से कांग्रेस को लेकर यहां अच्छी ओपिनियन है।
सीएम गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह कहते हैं कि वह आरोपी नहीं हैं। जब आप आरोपी नहीं हैं तो आप जमानत के लिए उच्च न्यायालय क्यों गए? या तो सिंह को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, या प्रधानमंत्री को ऐसे भ्रष्ट मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह बडे़ नेताओं का शगूफा है आपस में कि किस तरह से पायलट को दरकिनार किया जाये।
जोधपुर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का गृह जिला है जहां विस्थापित हिंदुओं के 70 आशियानों पर बुलडोजर चला है। वहीं, अपना घर टूटता हुआ देख महिलाएं रोने लगी, बच्चे चीखने चिल्लाने लगे।
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ माफियाओं पर बुलडोजर चला रहे हैं... बाहुबलियों को मिट्टी में मिला रहे हैं... लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार हिंदुओं को ही बेघर करने पर तुली है.
Stone Pelting In Rajasthan's Malpura: राजस्थान के टोंक का मालपुरा कस्बा अचानक हिंसा की चपेट में आ गया. बाइक की स्पीड को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना गरमाया कि लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए . हाथों में तलवारें, फरसा और लाठी- डंडे लेकर गलियों में घूमने लगे. कई घंटे तक मालपुरा में कोहराम मचा रहा.
सचिन पायलट पिछले सप्ताह जयपुर में धरने पर बैठे थे। वह वसुंधरा राजे सरकार के दौरान भ्रष्टाचार में कथित रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे ‘पार्टी विरोधी गतिविधि’ करार दिया।
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