कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान के मामले को सुलझाने में जुट गया है। चुनाव से पहले एक समाधान तलाशने की कोशिशें हो रही है। सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट राजस्थान में अपनी भूमिका चाहते हैं, वे दिल्ली में कोई पद नहीं लेंगे।
आज राजस्थान में अमित शाह ने अशोक गहलोत नीत कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अगर उसने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले में विशेष अदालत का गठन किया होता तो दोषी को अभी तक फांसी मिल गई होती।
इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच करारी टक्कर होनी तय है। कांग्रेस चुनावों से पहले अपने सभी अंदरूनी झगड़े सुलझा लेना चाहती है। इसी क्रम में अब पार्टी आलाकमान का पूरा ध्यान इसी मसले पर है।
भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार का महाघेराव करने की योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी 5 लाख कार्यकर्ताओं को जुटाएगी। पार्टी एकजुटता और सामूहिक नेतृत्व पर भी जोर देगी।
एक युवती ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर मोदी, अशोक गहलोत और सोनू सूद से मदद मांगी। जिसके बाद पुलिस और सखी वन स्टाप सेंटर की टीम ने महिला को उसके ससुराल से निकाला। फिर जो कहानी सामने आई उसे सुनकर लोगों के होश ही उड़ गए।
सूबे में ऑर्गेनिक खेती के लिए कुल मिलाकर 1.20 लाख हेक्टेयर इलाके को चिन्हित किया जाएगा और इसके बाद 50 हजार किसानों को 5-5 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
राजस्थान में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच अदावत खत्म नहीं हुई है। पायलट ने ऐलान किया था कि वो एक नई पार्टी बनाएंगे लेकिन वेणुगोपाल ने इसे अफवाह करार दिया है।
Rajasthan Politics सचिन पायलट को लेकर केसी वेणुगोपाल का बयान राजस्थान कांग्रेस एक है, एक साथ लड़ेंगे - वेणुगोपाल. सचिन पायलट के नई पार्टी बनाने को अटकलें थीं 11 जून को दौसा में बड़ा कार्यक्रम करने वाले हैं पायलट, पिता की पुण्यतिथि पर कर सकते हैं शक्ति प्रदर्शन
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अशोक गहलोत ने कहा कि वह सचिन पायलट को ढाई साल की उम्र से जानते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई सुलह बैठक के दौरान पायलट ने खुद उन्हें यह बताया था।
गहलोत सरकार के पूर्ववर्ती कार्यकाल में मंत्री रहे भरत सिंह कुंदनपुर कोटा के सांगोद निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि जब ‘‘दुकानदार बूढ़ा हो जाता है’’, तो अगली पीढ़ी आगे की सीट ले लेती है जबकि बुजुर्ग दुकानदार नजर रखता है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सचिन पायलट पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वे 11 जून को अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर सकते हैं।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जयपुर में माली महासंगम कार्यक्रम के अवसर पर जनता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे। लगातार गहलोत के समर्थन में हो रही नारेबाजी से ओम बिरला भी असहज महसूस करने लगे।
अशोक गहलोत चुनावों से पहले पूरे प्रशासन को अपने हिसाब से सेट करना चाह रहे हैं। प्रदेश में साल के आखिरी में चुनाव प्रस्तावित हैं। उससे पहले सीएम गहलोत लगातार कई बड़े फैसले ले रहे हैं।
पिछले दिनों कांग्रेस आलाकमान ने दोनों नेताओं को बुलाकर बैठक की थी और कहा गया था कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सभी मसलों को हल कर लिया गया है। पार्टी दोनों नेताओं के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लेकिन पायलट का रुख इस ओर इशारा नहीं कर रहे हैं।
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मायावती ने राजस्थान, छतीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना की बीजेपी, कांग्रेस और बीआरएस की सरकार को घेरे में लिया है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों की सरकारों ने जनता की उम्मीदों को पूरा नहीं किया है और जनत के साथ धोखा किया है।
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा ऐलान किया है .कल अजमेर में पीएम मोदी की रैली के तुरंत बाद गहलोत ने फ्री बिजली का दांव चल दिया है..
इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सीएम अशोक गहलोत का यह ऐलान बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। इन चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। माना जा रहा है कि गहलोत के इस ऐलान से कांग्रेस बीजेपी से एक कदम आगे हो गई है।
Rajasthan Politics: सचिन पायलट(Sachin Pilot) का अल्टीमेटम अब बस खत्म होने वाला है. पायलट ने Ashok Gehlot की सरकार को बड़ी चेतावनी दी है।
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