21वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की भी बात कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और आसियान देश पड़ोसी हैं और ‘वैश्विक दक्षिण’ में साझेदार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम शांतिप्रेमी देश हैं और एक दूसरे की राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करते हैं तथा क्षेत्र के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते इंडोनेशिया में होने वाले आशियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। यह बैठक इंडोनेशिया में 6-7 सितंबर को होनी है। बता दें कि जी-20 की बैठक भी नई दिल्ली में 7 से 10 दिसंबर के बीच होनी है। भारत के लिए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है।
विदेश मंत्री एक हफ्ते के लिए इंडोनेशिया और थाईलैंड की यात्रा समेत आसियान और बिम्सटेक देशों के सम्मेलन में हिस्सा लेना पहुंच गए हैं। एस जयशंकर ने सबसे पहले इंडोनेशिया पहुंचकर वहां आसियान महासचिव डॉ. काओ किम होर्न के साथ बैठक की। इस दौरान साइबर और समुद्री सुरक्षा पर भारत का मुख्य फोकस रहा। हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी।
चीन ने पिछले साल से भारतीयों को वीजा जारी करना बंद कर रखा है और वर्तमान में दोनों देशों के बीच उड़ानों का परिचालन नहीं हो रहा है, जिसके चलते 23,000 से अधिक छात्र, भारतीय कारोबारी और उनके परिवार स्वदेश में अटक गये हैं।
चीन और 14 अन्य देशों ने विश्व के सबसे बड़े व्यापारिक गुट के गठन पर सहमति जताई है, जिसके दायरे में करीब एक-तिहाई आर्थिक गतिविधियां आएंगी।
भारत और आसियान देशों के बीच इस एफटीए पर 13 अगस्त 2009 को हस्ताक्षर किये गये थे। यह एफटीए एक जनवरी 2010 से अमल में है। शर्तों को कारोबारियों के लिए और आसान और फायदेमंद बनाने के लिए समझौते की जल्द समीक्षा की बात की जा रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को आसियान देशों के छात्रों के लिए आईआईटी में एक ‘‘पीएचडी फेलोशिप’’ कार्यक्रम शुरू किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आज पहली बार राजपथ पर नारी शक्ति का भी प्रदर्शन हुआ। पहली बार BSF की महिला टुकड़ी बाइक पर स्टंट दिखाते हुए नारीशक्ति का प्रदर्शन की। वहीं अलग-अलग राज्यों और केन्द्रीय मंत्रालयों की 23 झाकियों में समूचा हिंदुस्तान दिखेगा।
गणतंत्र दिवस परेड में सेना के जवान मार्च पास्ट निकालेंगे और उनके हाथ में आसियान का झंडा भी होगा। परेड में कई राज्यों, मंत्रालयों, आकाशवाणी और अन्य समेत 23 झांकियां राजपथ की शान बढ़ाएंगी।
आसियान देशों के साथ भारत का व्यापार पहले से ही अच्छा है और प्रधानमंत्री मोदी इस व्यापार में और बढ़ोतरी करना चाहते हैं, आसियान देश भारत से ज्यादातर कृषि उत्पाद खरीदते हैं जिससे भारतीय किसानों को फायदा होता है
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