समाज में सारे संत या साधु आसाराम जैसे नहीं हैं। लेकिन आसाराम की करतूत ने पूरे संत समाज को बदनाम कर दिया है।
आसाराम बापू को एक किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के मामले में जोधपुर के कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। जहां ओर इस खबर से आसाराम के भक्तों के बीच मायूसी छा गई है, वहीं दूसरी ओर हाल ही में बॉलीवुड की एक जानी मानी अभिनेत्री ने उनकी सजा को लेकर सवाल उठा दिया है।
सजा पाने के बाद आसाराम ने पहली रात जोधपुर जेल के बैरक नंबर दो ही बिताई। जेल के DIG विक्रम सिंह के मुताबिक फिलहाल आसाराम को बैरक नंबर 2 में ही रखा गया है। हालांकि सुरक्षा की समीक्षा के बाद आसाराम को दूसरे बैरक में शिफ्ट करने पर भी विचार किया जा सकता है।
वंजारा अपने को आसाराम का शिष्य भी बताते है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों के जरिए आसाराम जैसे ‘संतों’ की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है...
‘पॉक्सो’ अदालत ने कहा है कि ‘‘संत कहे जाने के’’ बावजूद आसाराम ने घृणित अपराध किया और संतों में लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई...
कुछ पाखंडी हिंदू धर्म की आड़ में इस तरह के खराब कृत्य करते हैं। इन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ सेशन कोर्ट में जो 1021 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी उसमें पुलिस आसाराम को लेकर कई बड़े खुलासे किए थे।
जोधपुर की अदालत द्वारा एक नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में आसाराम को आज दोषी करार दिये जाने के बाद भोपाल नगर निगम ने शहर में दो स्थानों से आसाराम के नाम वाले बोर्ड हटा दिये।
आसाराम को आज उम्रकैद की सजा सुनाये जाने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासन द्वारा आसाराम के नामकरण वाले स्थानों के नाम में बदलाव करने का आश्वासन दिया था। इसके तुरंत बाद नगर निगम हरकत में आ गया।
आसाराम अपने आश्रम को अय्याशी के अड्डे के तौर पर इस्तेमाल करता था और इसके लिए उसने कुछ खास कोड वर्ड भी बनाए थे।
आसाराम की गिरफ्तार के पीछे की एक अहम कड़ी हैं आईपीएस अधिकारी अजय पाल लांबा। आज के दिन यह जानना काफी दिलचस्प है कि आखिर पुलिस के शिकंजे में आसाराम कैसे आए और उसमें लांबा की क्या भूमिका थी।
आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने नाबालिग से रेप केस में उम्रकैद और अन्य दो दोषियों को 20-20 साल कैद की सजा सुना दी है।
जोधपुर जेल में बनी स्पेशल कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने एक हजार छह सौ बावन दिन बाद आसाराम के गुनाहों का इंसाफ कर दिया यानी आसाराम को अब जेल में ही रहना होगा...
आसाराम पर नाबालिग बच्ची से रेप का आरोप है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने जोधपुर के मनाई इलाके में स्थित अपने आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात में उसके साथ बलात्कार किया।
स्वयंभू बाबाओं को लेकर हाल में सामने आए विवादों से नाराज साधुओं की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आज 14 फर्जी बाबाओं की एक सूची जारी की है और उन स्वंयभू बाबाओं पर कार्रवाई की मांग की है जो किसी संप्रदाय या परंपरा से नहीं हैं।
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