नाबालिग से रेप केस में आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने दोषी करार दिया है। जोधपुर कोर्ट ने अब से थोड़ी देर पहले आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया।
आसाराम पर अपनी ही एक शिष्य के साथ बलात्कार का आरोप था जिसे उसके पास पहुंचाने में उसके सेवादार शिवा और शरत और स्कूल की वार्डन शिल्पी की अहम भूमिका थी। जब आसाराम कमरे में नाबालिग लड़की के साथ था तो बाहर सेवादार निगरानी रखे हुए थे।
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर केन्द्र ने कल परामर्श जारी कर राजस्थान, गुजरात और हरियाणा सरकारों से सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा था। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कल कहा था कि तीनों राज्यों से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा गया है।
रेप केस में आसाराम दोषी करार, फैसला सुनकर रो रहे हैं भक्त
नाबालिग से रेप केस में आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने दोषी करार दिया है। जोधपुर कोर्ट ने अब से थोड़ी देर पहले आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया।
आसाराम को सेंट्रल जेल में आज नाबालिग से बलत्कार मामले में जोधपुर कोर्ट ने दोषी करार दिया है। आसाराम 4 साल 7 महीने से उसी जेल में कैद हैं। जोधपुर जेल को किले में तब्दील कर दिया गया है और जोधपुर शहर में दो दिन पहले से ही धारा 144 लागू कर दी गई है और आसाराम के आश्रम को खाली करा लिया गया है। फैसले के बाद किसी भी तरह के बवाल से बचने के लिए पुलिस हर तरह का एहतियात बरत रही है ताकि फैसला सुनने के बाद आसाराम के समर्थक माहौल खराब न कर सकें। आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में ही हैं।
आसाराम पर नाबालिग बच्ची से रेप का आरोप है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने जोधपुर के मनाई इलाके में स्थित अपने आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात में उसके साथ बलात्कार किया।
निचली अदालत द्वारा बलात्कार मामले में आसाराम पर फैसला सुनाये जाने से पूर्व शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है।
आसाराम रेप केस फैसला: जोधपुर के डीआईजी ने बताया, कितनी कड़ी की गई है जेल की सुरक्षा
आसाराम रेप केस: फैसले से पहले जोधपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संपादक की पसंद