Loksabha Elections 2024 : हैदराबाद लोकसभा सीट पर 1984 से एआईएमाईएम के ओवैसी परिवार का कब्जा है। मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी 2004 से लगातार इस सीट पर चुनाव जीतते रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज हम देख रहे हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद में क्या हो रहा है, प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी कहती है कि 22 जनवरी इस मुल्क का तारीखी दिन था। मैंने पार्लियामेंट में इस बात को रखा कि अगर 22 जनवरी तारीखी दिन था, तो इसकी बुनियाद 6 दिसंबर 1992 को रखी गई।
ओवैसी ने कहा, मैंने चेतावनी दी थी कि नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। उनके लंबे समय तक भाजपा विरोधी खेमे में रहने की संभावना नहीं है और वे फिर से गुलाटी मार सकते हैं।
संसद में राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान असदुद्दीन औवेसी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया। ओवैसी ने कहा, ''मोदी सरकार सिर्फ एक मजहब की सरकार है? या पूरे देश के धर्मों को मानने वाली सरकार है? 22 जनवरी का जश्न मनाकर आप करोड़ों मुसलमानों को क्या मैसेज दे रहे हैं?''
वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के हित में फैसला दिया। इसे लेकर अब असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़े किए हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ये फैसला सरासर गलत है।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में ASI की ओर से कुल 839 पन्नों की रिपोर्ट दाखिल की गई है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि मौजूदा ढांचे के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था।
असदुद्दीन औवैसी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने बिल्किस बानो के मसले पर चुप्पी बनाई रखी थी और कहा था कि वो सिर्फ़ शिक्षा और सेहत जैसे मसलों पर बात करना चाहते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। ओवैसी ने मुसलमानों को सावधान किया है और कहा है कि अब उनकी नजरें मदरसे, किले और मस्जिदों पर है। अलर्ट रहो।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर को लेकर कहा है कि कोई भी राजनीतिक दल 6 दिसंबर को सदियों पुरानी मस्जिद को ध्वस्त करने के जघन्य आपराधिक कृत्य के बारे में बात नहीं कर रहा है।
हिंदू पक्ष बीते लंबे समय से कहते रहे हैं कि भगवान कृष्ण की जन्मस्थली ईदगाह मस्जिद के नीचे मौजूद है और ऐसे कई संकेत हैं जो यह साबित करते हैं कि वह मस्जिद एक हिंदू मंदिर है। अब कोर्ट ने मस्जिद परिसर के सर्वे का आदेश दे दिया है।
जम्मू-क्श्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से जम्मू के डोगरा और लद्दाख के बौद्ध समुदाय को सबसे ज्यादा नुकसान होगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी पुलिस और योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की गोलियों पर कोई लगाम नहीं है। किसी पर भी चल जाती हैं। सरकार को इशरत के परिवार से माफी मांगनी चाहिए और जल्द से जल्द मुआवजा देना चाहिए।
तेलंगाना चुनाव नतीजे को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पिछले 10 सालों में KCR के नेतृत्व में तेलंगाना में विकास हुआ, लेकिन हम जनता के फैसले की इज्जत करते हैं।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वोटिंग शुरू हो चुकी है। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महिलाओं से वोट डालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह समय पिकनिक मनाने का नहीं है, बल्कि वोट डालने का समय है।
असदुद्दीन ओवैसी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खाम-खां मेरे पीछे पड़े हैं आप। राहुल के दो प्यार- एक इटली, दूसरा मोदी के साथ हार।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 30 नवंबर को वोटिंग होने वाली है। वहीं 3 दिसंबर को वोटों का परिणाम घोषित किया जाएगा। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य में जनता से अपील की है कि लोग केसीआर की पार्टी बीआरएस को वोट दें।
AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों नेता उनके ऊपर ज्यादा सीटों से चुनाव लड़कर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हैं।
AIMIM नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार की रात एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने के दौरान एक पुलिस इंस्पेक्टर से बदसलूकी करते हुए धमकाया और उन्हें मंच से उतार दिया।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 30 नवंबर को वोटिंग होने वाली है। इससे पहले शनिवार को भाजपा ने घोषणापत्र जारी कर दिया। इस बीच मुस्लिम आरक्षण को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है।
तेलंगाना में कांग्रेस के घोषणापत्र पर निशाना साधते हुए, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी चुनावी वादों की सूची सिर्फ कागज के टुकड़े पर स्याही है। यह लोग कुछ नहीं करने वाले हैं।
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