इंडिया टीवी से बात करते हुए हमले के टारगेट के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा, हम पर ही गोलियां चलाई जा रही थीं।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कुछ देर पहले वहां से एडिशनल एसपी से बात हुई है, उन्होंने कहा है कि एक व्यक्ति पकड़ा गया है, हथियार भी बरामद हुआ है। हमारी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इस मामले की स्वतंत्र जांच कराई जाए।
यूपी चुनाव में अब गोलियां भी चलने लगी हैं। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर हमला हुआ है।
UP election Asaduddin Owaisi ने India TV के Chunav Manch 2022 में कहा कि हमने गैर मुस्लिमों को भी टिकट दिया है। कई हिंदु प्रत्याशियों को भी उतारा है। Chunav Manch 2022 में ओवैसी ने कहा कि आप नहीं जानते कि हमारी पार्टी ओबीसी, दलित सभी वर्ग को टिकट देती आई है। कर्नाटक, हैदराबाद, औरंगाबाद में भी हमने ऐसा किया।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैंने तो जिन्ना का नाम भी नहीं लिया है। योगी आदित्यनाथ को इतनी मोहब्बत क्यों हो गई। भारत का मुसलमान हो या यूपा का मुसलमान हो, हम लोगों ने तो जिन्ना के पैगाम को रिजेक्ट ही किया।'
देश के सबसे बड़े Chunav Manch 2022 में Asaduddin Owaisi ने कहा, आप जीत जाते हैं तो आप ठाकुरों की बात करते हैं अगर आप जीत जाते हैं तो यादवों की बात करते हैं। ये हकीकत है, देश के प्रधानमंत्री के बारे में बीजेपी कहती है कि ओबीसी समाज का सबसे बड़ा नेता यही है।'
जब ओवैसी से पूछा गया कि 2 मुख्यमंत्री कब बनेंगे तो उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल के लिए एक दलित और एक अन्य पिछड़ा वर्ग का मुख्यमंत्री होगा।
यूपी चुनाव 2022: बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अपनी चौथी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 3 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में नौ नेताओं के नाम शामिल हैं जो यूपी के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM उत्तर प्रदेश में जनसभा का आयोजन कर रही है। इसकी खबर पुलिस को मिली और उसके बाद उनके खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, भारत में मुसलमानों का हाल रोहिंग्या की तरह हो जाएगा। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में हुई धर्म संसद का भी जिक्र किया।
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'रायपुर के नरसंहारी सम्मेलन में कालीचरण ने गांधी जी को गाली दी और गोडसे की तारीफ़ की। इस बात पर आपत्ति जताते हुए राम सुंदर रूठ कर सम्मेलन से चले गए। बघेल जी उत्तर प्रदेश में धरना दे सकते हैं, लेकिन धर्म के नाम पर उनके अपने राज्य में क्या हो रहा है? सब इस रेस में लगे हैं की “सबसे बड़ा हिन्दू कौन?”
ओवैसी की टिप्पणी पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने उनकी तुलना पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना से की और कहा कि AIMIM नेताओं को इस तरह की शरारतपूर्ण टिप्पणी करने की आदत है।
हैदराबाद से सांसद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को वोटों की मशीन नहीं बनना चाहिए। इतनी बड़ी ताकत में होने के बावजूद उन्होंने कुछ हासिल नहीं किया, जबिक सभी बिरादरियों के नेता हैं। रविवार को नगीना में शोषित वंचित समाज सम्मेलन में आए ओवैसी ने बसपा सपा और भाजपा पर जमकर प्रहार किए।
2014 में प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के सत्ता संभालने के बाद अमूमन सभी राज्यों में मोदी भरोसे ही बीजेपी की नैया पार हुई।
ओवैसी ने कहा कि मेरठ में जाम की समस्या आज तक जिनसे हल नहीं हुई वो गंगा एक्सप्रेसवे बनाने की बात कर रहे हैं। महंगाई आसमान पर है, साबुन से लेकर बनियान तक सब पर GST लगा दी लेकिन गंगा एक्सप्रेएस वे की बात करते हैं। मोदी जी आप कितना लंबी लंबी फेंकते हैं।
महिलाओं के लिए शादी की न्यूनतम उम्र को 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव पर इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि मोदी सरकार मोहल्ले के अंकल की तरह बर्ताव कर रही है। युवाओं को अपने फैसले खुद लेने का अधिकार होना चाहिए। युवाओं को बच्चों की तरह ट्रीट करना बंद करें।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक जिलाध्यक्ष का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सिखाया जा रहा है- ओवैसी को पीएम बनाना है, तो मुसलमानों को और ज्यादा बच्चे पैदा करने होंगे। उनका तर्क है कि मुस्लिम अधिक बच्चे पैदा नहीं करेंगे, तो कैसे हमारी कौम भारत पर राज करेगी।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 83 फीसदी मुसलमानों के पास जमीन नहीं है। 1 फीसदी मराठा के पास जमीन नहीं। क्या शरद पवार का दिल मराठा के लिए ही धड़केगा, कहा कि इंसाफ है ये। न कांग्रेस न एनसीपी मुसलमानों की बात नहीं करते, सिर्फ मराठा आरक्षण की बात करते हैं।
संसद के दोनों सदनों (लोकसभा/राज्यसभा) से कृषि कानून वापसी के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि चुनावों को ध्यान में रखकर कानून वापस किए गए हैं। कृषि कानूनों की वापसी से मोदी सरकार को सबक मिला है।
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