महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी ख़बर आ रही है। AIMIM के लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है महाराष्ट्र में वो महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनने के लिए भी तैयार है। इम्तियाज जलील के इस बयान से आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति काफी गर्मा सकती है।
पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे विवाद के बीच चीन दावा कर रहा है कि लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स में भारत के साथ सब कुछ पहले ही सुलझा लिया गया है। इस मुद्दे पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़ा किया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक निश्चित लक्ष्य के साथ कदम रखा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गैर-भाजपा वोट एक स्थान पर एकजुट न हों।
AIMIM के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम को ‘‘80-20 की विजय’’ करार दिया और कहा कि उन्हें लगता है कि देश के लोकतंत्र में इस तरह की परिस्थिति अगले कई वर्षों तक रहेगी।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राजनीतिक दल नाकामी छुपाने के लिए EVM की चीख पुकार कर रहे हैं। मैं 2019 से कहता आ रहा हूं कि EVM की गलती नहीं है बल्कि लोगों के दिमाग में चिप डाल दी गई है, यह उसकी गलती है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 विधानसभा सीटों में अभी तक आए रुझान के आधार पर एआईएमआईएम को इस बार आधा फीसदी से भी कम मत मिलता हुआ नजर आ रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दशकों से मुस्लिम समुदाय के लोग सपा या बसपा का समर्थन करते आ रहे हैं और इस बार भी यही परिपाटी कायम रह सकती है।
ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से और लोकसभा के पिछले चुनाव में बसपा से गठबंधन किया, लेकिन वह भाजपा को सत्ता में आने से रोक नहीं सके।
ओवैसी ने कहा, योगी-अखिलेश, दोनों की मानसिकता एक है, दोनों लोग क्रूर और अहंकार में डूबे हुए हैं, यह अपने आप को नेता नहीं बल्कि बादशाह सलामत समझते हैं।
ओवैसी ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, "योगी और अखिलेश एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।'' उन्होंने जनता के सामने तीसरे विकल्प के रूप में 'भागीदारी परिवर्तन मोर्चा' पेश किया।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अगर हमारी बेटियां ये फैसला करती हैं कि अब्बा या अम्मी मैं हिजाब पहनना चाहती हूं। अब्बा-अम्मी भी कहेंगे कि बेटा तू पहन हिजाब हम भी देखेंगे कि तुझे कौन रोकता है।'
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर 3 फरवरी को हुए फायरिंग के मामले में एक अन्य आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उसने मुख्य आरोपी सचिन शर्मा को अवैध हथियार मुहैया कराया था।
राज्यसभा में एक बयान में शाह ने उत्तर प्रदेश में ओवैसी के काफिले पर हुए हमले की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि उनके खतरे का पुन:मुल्यांकन करने के बाद और खतरे के आकलन के आधार पर ओवैसी को बुलेट प्रूफ कार के साथ ही अखिल भारतीय स्तर पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच ओवैसी पर हमले की घटना ने भी सांप्रदायिक रंग अख्तियार कर लिया है और ओवैसी ने यह कहकर केंद्र सरकार की जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा की पेशकश को ठुकरा दिया है कि पहले उन्हें देश का ए श्रेणी नागरिक का दर्जा दिया जाए।
ओवैसी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि योगी बाबा अपने उस्ताद मोदी की तरह जमकर झूठ बोलते हैं।
हापुड़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दीपक भूकर ने को बताया कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि गुरुवार को हापुड़ के छिजारसी टोल के पास असदुद्दीन ओवैसी पर हमले में जिन हथियारों का इस्तेमाल हुआ था उन्हें मेरठ से खरीदा गया था। हालांकि, एसपी ने यह नहीं बताया कि आरोपियों ने मेरठ में किस जगह से हथियार खरीदे थे।
AIMIM के प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई बातों का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि सचिन ने 2018 में मेरठ के एक शख्स से देसी पिस्टल खरीदी थी।
AIMIM चीफ ने कहा कि वह गृह मंत्री अमित शाह को खत लिखकर बुलेटप्रूफ गाड़ी और एक हथियार रखने की परमिशन मांगेंगे।
लोकसभा में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'मैं सरकार से अपील करता हूं कि मुझे z कैटेगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए। मैं आज़ाद ज़िंदगी गुजारना चाहता हूं... मुझे अपनी आवाज़ उठाना है, सरकार किसी की भी हो उनके खिलाफ बोलना है। अगर गोली लगती है तो मुझे कबूल है।'
उत्तर प्रदेश पुलिस ऑफिशियल के मुताबिक, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। आरोपियों की पहचान सचिन और शुभम के रूप में हुई है।
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