चीन द्वारा सैन्य ताकत से एलएसी पर यथास्थिति बदलने की कोशिशों, विवादित स्थानों पर चीन द्वारा गांव बसाने और चीन के नक्शे में भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपना बताने की भी अमेरिकी सांसदों ने आलोचना की।
गुरुवार को अमेरिकी सीनेट की तरफ से एक प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव में अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग करार दिया गया है। इस प्रस्ताव में भारत की, 'संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता' का समर्थन किया गया है। साथ ही चीन की निंदा भी की गई है।
बंगाल की सागरदिघी सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी और 2 मार्च को नतीजे आएंगे। बीजेपी यहां से राज्य की सत्ता पर काबित टीएमसी के उम्मदीवार को टक्कर देगी। यहां से तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी के देबाशीष बनर्जी चुनाव लड़ेंगे।
चीन साल 2021 से माबजा जांगबो नदी पर एक विशाल बांध बना रहा है, जो ट्राइजंक्शन से मात्र कुछ ही किमी की दूरी पर है। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड के पास बन रहे चीन के इस बांध से भविष्य में ड्रैगन इस इलाके में पानी पर पूरा नियंत्रण स्थापित कर सकता है।
India's Planning on LAC of Arunachal:अरुणाचल प्रदेश के तवांग और लद्दाख के गलवान घाटी के हिंसक संघर्ष से सबक लेते हुए भारत ने अब चीन को चित्त करने का प्लान तैयार लिया है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत ने चीन को कड़ा जवाब देने के लिए ईंट का जवाब पत्थर से देने जा रहा है।
Five Finger Policy: चीन अपनी विस्तारवाद की नीति पर तेजी से आक्रामक हो रहा है। उसने 2020 में लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश की थी और कुछ दिन पहले 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ करने की कोशिश की।
UNSC Seat India China: भारत और चीन के बीच इस वक्त भारी तनाव बना हुआ है। चीन ने एक बार फिर भारत के क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं की झड़प हो गई।
एक टीवी शो के दौरान पैनलिस्ट ने कहा कि चीन चाहता था कि वो भारतीय पोस्ट उखाड़ दे लेकिन भारतीयों इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त तरीके से चीनी फौज को रोका, पत्थरबाजी भी हुई जिसमें भारतीय और चीनी समेत कई लोग जख्मी हुए और फिर भारतीय फौज ने चीन को भगा दिया।
Arunachal Pradesh CM Pema Khandu on Tawang clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित तवांग सेक्टर में 9 और 11 दिसंबर को हुई चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प के बाद से पूरे देश में आक्रोश है। भारत से चीन को यह संदेश दिया जा रहा है कि "यह 1962 नहीं है,2022 का भारत है।
Satellite Pictures of Arunachal Border Tell the reason for Tawang Clash: अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे तवांग क्षेत्र में 9 दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सेना और भी अधिक चौकस हो गई है। इस दौरान अरुणाचल के बॉर्डर से सामने आई कई सैटेलाइट तस्वीरों ने चीनी साजिश की पोल खोल दी है।
9 दिसंबर को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए LAC के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में LAC के पास 17 हजार फीट की ऊंचाई पर थांग ला में चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है। इस झड़प में कम से कम 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है। चीनी सैनिक LAC को पार करके हमारे इलाके में कुछ स्ट्रक्चर बनाने की फिराक में थे और उस योजना को विफल कर दिया गया।
India-China Clash: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में सभी को पता है, लेकिन चीन के साथ भी हम अच्छे संबंध स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।
चीन के सैनिक अपने साथ मोटी गांठ वाली रस्सी, झटका देने वाली पिस्टल और कीलों वाला मोटा डंडा भी लेकर आए थे। इस इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए चीनी सैनिकों की पूरी प्लानिंग को भारतीय सैनिकों ने फेल कर दिया।
India China Tawang: भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक बार फिर झड़प हुई है। इस बार ये झड़प अरुणाचल प्रदेश के तवांग में बेहद संवेदनशील स्थान पर हुई है।
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India China Tawang: चीन ने एक बार फिर तवांग पर बुरी निगाहें डाली हैं। वह इस जगह को काफी समय से कब्जाने की कोशिश करता रहा है।
Tawang Clash: बताया जा रहा है कि चीन के करीब 300 सैनिक आए थे, जिसे भारतीय सैनिकों ने खदेड़ा। इस झड़प में चीन के 20 से ज्यादा सैनिक घायल हो गए हैं, जबकि भारत के 8 जवान घायल बताए जा रहे हैं।
Women Employment & Pig farming : अब महिलाओं को रोजगार देने के लिए एक नई योजना अमल में लाई जा रही है। इसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह विशेष योजना लाई जा रही है। इसके तहत बेरोजगार महिलाओं को सुअर पालने का मौका दिया जाएगा।
प्रीति मस्के ने अपनी बीमारी और डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए पांच साल पहले साइकिलिंग शुरू की थी। अपनी लंबी यात्रा शुरु करने के दौरान उन्हें कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ा लेकिन वह हमेशा डटी रहीं और उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
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