अरुणाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग के 256 कर्मचारियों को बर्खास्त करने का मामला सामने आया है। राज्य सरकार ने फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने के मामले में इन कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को आदेश दे दिए गए हैं।
APSSB recruitment 2023: नौकरी की खोज कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक अच्छी खबर है। अरुणाचल प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड (APSSB) की तरफ से पर्सनल असिस्टेंट (स्टेनोग्राफर ग्रेड-III) के पद पर भर्ती निकाली गई है। हालांकि इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है।
अगस्त के महीने में चीन ने एक मैप जारी किया था जिसमें अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को अपना हिस्सा बताया था। इसे लेकर अरुणाचल प्रदेश के तवांग गांव के ग्रामीणों ने चीन को करारा जवाब दिया है और कहा कि बेवजह की ऐसी हरकत ना करे।
भारत के अशांत क्षेत्रों में कानून व्यवस्था की दोबारा बहाली के लिए केंद्र सरकार की ओर से AFSPA कानून को लागू किया जाता है। इस कानून के तहत सशस्त्र बलों को अशांत क्षेत्रों में तलाशी लेने, गिरफ्तार करने समेत कई अन्य अधिकार दिए जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान की कुंठाओं पर कड़ा प्रहार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर भारत का हिस्सा है। इसलिए जी-20 की बैठकें कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में स्वाभाविकहैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश के विभिन्न भागों में ये बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
अरुणाचल प्रदेश और आक्साई चिन को नक्शे में अपना होने का दावा करने वाला चीन के सुर अब बदल गए हैं। भारत की ओर से कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के बाद चीन ने नक्शे जारी करने को लेकर अपनी सफाई दी है। चीन का कहना है कि उसका ऐसा कोई मकसद नहीं है और भारत को इसका कोई गलत अर्थ नहीं निकालना चाहिए।
चीन ने भारत के दो राज्यों-अरुणाचल प्रदेश और अक्सा चिन पर अपना दावा ठोका है। अब राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी को इस मामले में बोलना चाहिए। मैं तो कई सालों से ये बात कह रहा हूं कि चीन हमारी जमीन हथिया रहा है।
चीन ने नया मैप जारी किया है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को अपना क्षेत्र बताया है। चीन के नए मैप पर भारत ने एतराज जताया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह चीन की पुरानी आदत है।
चीन ने भारत के दो राज्यों-अरुणाचल प्रदेश और अक्सा चिन पर अपना दावा पेश किया है। नया मैप जारी कर चीन ने भारत के दो राज्यों को ही नहीं, ताइवान और साउथ चाइना सी को भी अपना बता दिया है।
अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन बॉर्डर के पास सरकार स्टील स्लग रोड बना रही है जो न सिर्फ पारंपरिक पक्की सड़क की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत सस्ती हैं, बल्कि ज्यादा टिकाऊ भी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद से राष्ट्रपति जो बाइडन भारत के साथ दोस्ती को लगातार गहरा कर रहे हैं। भारत ने अमेरिका का नजरिया ही बदल दिया है। अब अमेरिका हर मामले में भारत के साथ खड़ा नजर आ रहा है। ताजा मामले में अमेरिकी सीनेट ने एक प्रस्ताव पारित कर अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताया है।
अमेरिकी सीनेट एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार करेगी जिसमें अरुणाचल प्रदेश को भारत के अभिन्न हिस्से के रूप में मान्यता देने का प्रावधान किया गया है।
वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन अरुणाचल को दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता रहा है। जबकि यह भारत का अभिन्न अंग है। अमेरिकी सीनेट अरुणाचल प्रदेश को भारत के अभिन्न अंग के रूप में मान्यता देने पर विचार कर रही है। ऐसा हुआ तो चीन के लिए बड़ा झटका।
APSSB CSL Exam 2023: एपीएसएसबी सीएसएल परीक्षा के लिए आवेदन करने की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट्स के लिए एक खबर है। अरुणाचल प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड ने APSSB CSL परीक्षा 2023 पंजीकरण तिथि स्थगित कर दी है।
भारत और चीन सीमा से लगे गलवान घाटी और तवांग में सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब ड्रैगन ने डेमचोक व देपसांग क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। चीन की आपत्तिजनक गतिविधियों पर भारतीय सेना की पैनी नजर है। आपको बता दें कि डेमचोक और देपसांग भारत-चीन सीमा विवाद के नए पिन प्वाइंट बन गए हैं।
अमित शाह के इस दौरे से चीन बौखला गया है। चीन का कहना है कि भारत के गृह मंत्री के अरुणाचल प्रदेश दौरे से उसकी क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन हुआ है। चीन ने गृह मंत्री के अरुणाचल प्रदेश दौरे की आलोचना भी की है।
चीन से तनाव के बीच शाह अरुणाचल प्रदेश पहुंचे हैं। दो दिन पहले ही चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों का नाम बदला है। चीन के इस कदम को भारत ने खारिज कर दिया है।
हाल ही में चीन द्वारा अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के कई गांवों का नाम बदलकर चीनी भाषा में कर दिया गया था। एक तरह से चीन की यह हरकत अरुणाचल प्रदेश के इन गांवों पर अपना अधिकार जमाने के लिए थी। भारत ने चीन की इस हरकत का कड़ा विरोध करते हुए उसे खारिज भी कर दिया था। इसके बाद अमेरिका भी भारत के पक्ष में खड़ा नजर आया।
अमेरिका ने साफ शब्दों में चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि भारतीय क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन की कोशिशों का यूएस दृढ़ता से विरोध करता है।
चीन की इस गुस्ताखी पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है। भारत ने कहा कि नाम बदलने से हकीकत नहीं बदल जाएगी। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था और आगे भी रहेगा।
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