डोम में जितने लोगों के जाने की अनुमति है उससे ज्यादा लोग अंदर जाने की कोशिश करेंगे तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस उन्हें रोक देगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पंडालों में जाने वाले हर शख्स की तस्वीर लेगा और गिनकर बता देगा की डोम के अंदर कितने लोगों ने प्रवेश किया है।
संयुक्त राष्ट्र ने एआई के फायदे के साथ ही साथ उससे दुनिया को होने वाले खतरों को भी अभी से भांप लिया है। इसीलिए यूएन ने इसके नियंत्रण की योजना बनाई है।
ट्रैफिक संचालन के कामकाज को ज्यादा सटीक करने के लिए परिवहन विभाग ने यह फैसला लिया है। खास बात यह है कि सभी सर्टिफिकेट की जांच भी ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए होगी।
Google ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का इस्तेमाल गंभीर बीमारियों का अर्ली स्टेज मे पता लगाने की घोषणा की है। गूगल का यह 'AI डॉक्टर' 10 साल तक भारतीय लोगों की फ्री मे जांच करेगा और उन्हें गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बचाएगा।
बिल गेट्स इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। इस दौरान एक साक्षात्कार में उन्होंने भारत में टीकाकरण अभियानों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी भारत में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की।
आईटी और कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के अनुसार, एआई में भारत की प्रगति की कुंजी तकनीकी प्रतिभा है, न कि चिप-संचालित कंप्यूटिंग शक्ति।
मौजूदा समय में Nvidia ग्राफिक्स कार्ड बनाने के मामले में दिग्गज कंपनियों में शुमार है। अब कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए एक नया चैटबॉट पेश किया है। Nvidia के इस चैटबॉट का नाम Chat With RTX है। अभी तक मौजूद जितने भी चैटबॉट हैं उनसे यह बेहद अलग तरह का एआई टूल है।
ChatGPT में इंसानों की तरह याद करने वाला फीचर जोड़ा गया है। OpenAI का यह जेनरेटिव एआई टूल लॉन्च के बाद से ही चर्चा में बना हुआ है। इस फीचर के जुड़ जाने से यह आपकी एक्टिविटी, डेली रूटीन और प्रिफरेंशेज को याद कर सकेगा।
Ram Mandir Pran Pratishta: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले AI ने लता मंगेशकर की आवाज में एक 'राम भजन' तैयार किया है।
Reliance Jio जल्द ही AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में कदम रखने वाला है। जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने बताया है कि IIT बॉम्बे के साथ मिलकर Bharat GPT तैयार किया जा रहा है, जो ChatGPT की तरह ही काम करेगा। यही नहीं, कंपनी नए TV OS की भी तैयारी में है।
एडोब के 'फ्यूचर वर्कफोर्स स्टडी फॉर इंडिया' के अनुसार, जहां 81 प्रतिशत जेन जेड कर्मचारियों ने अपने काम को बढ़ाने के लिए जेनरेटिव एआई का लाभ उठाया है, वहीं 45 प्रतिशत अपनी नौकरी से संबंधित कठिन कौशल के लिए प्रशिक्षण चाहते हैं, जबकि 40 प्रतिशत सॉफ्ट स्किल के लिए प्रशिक्षण चाहते हैं।
ओपनएआई ने जब से चैटजीपीटी को लॉन्च किया है तब से यह एआई टूल सुर्खियों में बना हुआ है। ओपन एआई इसमें लगातार नए नए अपडेट दे रहा है ताकि यूजर्स एक एक्सपीरियंस को बेहतर किया जा सके। अब कंपनी ने चैटजीपीट में नया फीचर जोड़ा है जिससे यह पहले से ज्यादा ताकतवर हो गया है।
ओपन एआई ने पिछले साल अपना चैटबॉट चैटजीपीटी को लॉन्च किया था। कंपनी इसे लगातार इंप्रूव कर रही है ताकि यूजर्स को एक्सपीरियंस को बेहतर बनाया जा सके। लॉन्च के बाद से ओपनएआई ने इसमें कई नए फीचर्स ऐडऑन किए हैं। हाल ही में ओपनएआई ने इसे लेकर बड़ा अपडेट दिया है जिसके बाद अब आप बोल कर भी इस टूल से इंफॉर्मेशन ले सकते हैं।
अगर आप टेक्नोलॉजी में इंट्रेस्ट रखते हैं तो ओपन एआई का नाम जरूर सुना होगा। कंपनी ने पिछले साल चैटजीपीटी को लॉन्च किया था। अब कंपनी ने एक नया टूल लॉन्च किया है। इस टूल की मदद से आप आसानी से टेक्स्ट की मदद से इमेज को क्रिएट कर पाएंगे।
अगर आप स्मार्टफोन या फिर लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। गूगल ने अब अपने यूजर्स को बड़ी सुविधा दे दी है। गूगल ने अब यूट्यूब, मैप्स, डॉक्स में AI चैटबॉट बार्ड का सपोर्ट दे दिया है। गूगल ने इस एआई टूल को मार्च में लॉन्च किया था।
इस अध्ययन में 867 विभिन्न पेशों से जुड़े ऐसे करीब 19,000 कार्यों का परीक्षण किया गया जो AI से प्रभावित हो सकते हैं। इससे पता चला कि वित्तीय सेवाओं और पूंजी बाजार के अलावा बीमा एवं पेंशन प्रबंधन उद्योग में जनरेटिव एआई का इस्तेमाल सबसे अधिक बढ़ने का अनुमान है।
जोमैटो के ऐप में ग्राहकों को AI बेस्ड इंटरैक्टिव चैटबॉट का ऑप्शन मिलेगा। इस चैटबॉट की मदद से यूजर्स को फूड बुकिंग के लिए ऑर्डर प्लेस्ड करने का एक्सपीरियंस पहले से ज्यादा पर्सनलाइज्ड और सुविधाजनक हो जाएगा। एआई टूल के बाद ऐप ज्यादा इंटरैक्टिव हो गया है।
गूगल की मानें तो इस AI सर्च टूल की मदद से अगर आप किसी बड़े टॉपिक को सर्च करते है तो यह फीचर आपको उस आर्टिकल के महत्वपूर्ण प्वाइंट को शो करेगा। गूगल के इस नए फीचर को गूगल सर्च के एक्सप्लोर ऑन द पेज में जाकर एक्सेस किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों को केवल बाजार मानने से काम नहीं चलेगा और इससे अंत में उत्पादक देशों को भी नुकसान होगा। आगे बढ़ने का रास्ता यही है कि इस प्रगति में सभी को समान भागीदार बनाया जाए।
चार में से तीन कामकाजी पेशेवरों का मानना है कि अगर उन्होंने अपना कौशल विकसित नहीं किया तो टेक्नोलॉजी उनकी नौकरियों की जगह ले लेगी।
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