प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नई दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक कर रहे हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति और केंद्र शासित प्रदेश के लिए भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की जाएगी। 5 अगस्त, 2019 के बाद यह पहली ऐसी राजनीतिक कवायद है, जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का फैसला किया था।
नए कश्मीर पर देश की राजधानी दिल्ली में आज बहुत बड़ी बैठक होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही ये मीटिंग दोपहर तीन बजे होगी।
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के बाद आज पहली बार केन्द्र और जम्मू कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हो रही इस बातचीत में जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत 14 नेता शामिल हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है, सूत्रों का कहना है कि केंद्र राज्य की बहाली और केंद्र शासित प्रदेश से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर सकता है। 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए पीएम का यह पहला बड़ा आउटरीच है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। केंद्र सरकार यह बैठक 24-25 जून तक बुलाने पर विचार कर रही है।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उस बयान पर कांग्रेस से अपना रुख स्पष्ट करने का कहा है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की सोशल मीडिया पर एक ऑडियो चैट में इस कथित टिप्पणी को लेकर शनिवार को एक विवाद खड़ा हो गया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और राज्य का दर्जा खत्म करना ‘बहुत दुखद’ है तथा उनकी पार्टी सत्ता में आने इस पर ‘‘पुनर्विचार’’ करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भाजपा ने निशाना साधा और उन पर भारत के खिलाफ जहर उगलने और ‘‘पाकिस्तान की भाषा’’ बोलने का आरोप लगाया। भाजपा का दावा है कि सिंह ने पाकिस्तानी मूल के पत्रकार के साथ संवाद के दौरान यह टिप्पणी की।
अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए जम्मू कश्मीर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने शनिवार को तीखी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ‘क्लब हाउस’ संवाद के दौरान यह टिप्पणी करके एक विवाद को जन्म दे दिया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और राज्य का दर्जा खत्म करना ‘बहुत दुखद’ है तथा उनकी पार्टी इस पर पुनर्विचार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भाजपा ने निशाना साधा और कांग्रेस पर भारत के खिलाफ बोलने तथा पाकिस्तान की ‘हां में हां’ मिलाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस का सनसनीखेज ऑडियो सामने आया है। ये ऑडियो बीजेपी ने जारी किया है, जिसमें दिग्विजय सिंह कश्मीर से आर्टिकल 370 लागू करने की बात कर रहे हैं। दिग्विजय ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो वो 370 हटाने के फैसले पर विचार करेंगे।
दिग्विजय के क्लब हाउस चैट में पाकिस्तानी रिपोर्टर शाहज़ेब भी मौजूद था। आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह का क्लब हाउस ऑडियो 12 मई का है, जब उन्होंने पाकिस्तानी रिपोर्टर्स के सामने कहा कि कांग्रेस 370 हटाने के फैसले पर विचार करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2021 पर चर्चा के दौरान कहा कि धारा 370 का हिसाब मांगनेवाले 70 साल का हिसाब दें।
जम्मू-कश्मीर में गुपकार गठबंधन (पीएजीडी) को पहला बड़ा झटका लगा है। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने पीपुल्स एलायंस गुपकार डिक्लरेशन से से बाहर होने का फैसला किया है।
मोदी सरकार के दौरान में विदेश नीति की आक्रामकता से पाकिस्तान किस कदर बिलबिलाया हुआ है, इसका दर्द वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के ताजा बयान से साफ झलक रहा है।
जम्मू-कश्मीर को संघ शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद पहली बार हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में शनिवार को 51.76 प्रतिशत मतदान हुआ।
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को जिला विकास परिषद (डीडीसी) के पहले चरण के चुनाव के दौरान मतदाताओं का उत्साह चरम पर था। आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने और राज्य के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पहली बार चुनाव आयोजित किया जा रहा था।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “जिस दिन संसद में 370 पर डिबेट हुआ उस समय सोनिया जी अधीर रंजन चौधरी को इशारा करती हैं और वे खड़े हो जाते हैं और अमित शाह पर हमला करते हुए कहते हैं कि आप 370 पर हिंदुस्तान की संसद में कैसे चर्चा कर सकते हैं, यह तो द्वीपक्षीय मसला है"
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर ‘देश को गुमराह करने’ और जम्मू-कश्मीर के साथ लद्दाख के लोगों से ‘झूठे वादे’ करने के आरोप लगाए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली की मांग करने वाले नेताओं पर हमला किया और केंद्र सरकार से सख्य कदम उठाने की मांग भी की।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) का तिरंगे को लेकर दिया गया बयान अब उनके लिए दवानल बन चुका है. इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में बकायदा अभियान छेड़ रखा है.
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