मुख्य रुप से अर्थराइटिस के मरीज को सुबह उठते समय अधिक दर्द, शरीर के जोड़ो में दर्द, टांगों, बाजुओं आदि में दर्द होता है। जानिए इसके लक्षण।
हाल ही में 'द इंस्टीट्यूट फॉर सोशल एंड इकनोमिक चेंज' के सर्वे से पता चला है कि करीब चार फीसदी महिलाओं को मोनोपॉज 29 से 34 साल की उम्र में हो जाता है, वही जीवनशैली में बदलाव के चलते 35 से 39 साल के बीच की महिलाओं का आंकड़ा आठ फीसदी है।
ब्लड के टिशूज में यूरिक एसिड़ की मात्रा अधिक हो जाना। जब यहीं जोड़ो में इकट्ठा हो जाती है तब गाउटी अर्थराइटिस की प्रॉब्लम हो जाती है। जानिए गाउटी अर्थराइटिस क्या है, लक्षण, कारण और बचाव।
मनुष्य के शरीर को अच्छे से चलने, घुमने और दौड़ने के लिेए घुटने का सही रहना बहुत ही जरूरी है। पहले आमतौर पर यह देखने को मिलता था कि घुटने में दर्द की शिकायत सिर्फ बूढ़े या उम्रदराज लोगों में होती थी लेकिन आजकल तो ये आम बात हो गई है।
गठिया एक बहुत बड़ी और गंभीर समस्या है। जिससे लोग काफी लंबे समय तक परेशान रहते है। गठिया का मुख्य कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा का बढ़ना है। आप पपीते की चाय का सेवन कर आसानी से इस समस्या से निजात पा सकते है।
महिलाओं में मोटापा व पुरुषों में धूम्रपान रुमेटोइड गठिया में शुरुआती इलाज के बावजूद सुधार नहीं होने के प्रमुख कारक हो सकते हैं। रुमेटोइड गठिया एक पुरानी सूजन की बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के जोड़ों को प्रभावित करती है, जिससे व्यक्ति को दर्द होता है और चलने में असमर्थ हो जाता है।
ये तो हम सभी जानते हैं कि दूध हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आपको कई तरह की परेशानियों से दूर रखने में मदद करता है। साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी इसकी सलाह दी जाती है।
फलों का राजा आम हर किसी को पसंद है लेकिन सभी के लिए यह फायदेमंद हो यह मुमकिन नहीं है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि डायबिटीज, गठिया, स्किन प्रोब्लम्स, डाइजेशन प्रोब्लम वाले मरीज को आम का सेवन नहीं करना चाहिए या अगर आपको आम खाने की इच्छा है तो थोड़ा संभल कर ही खाएं।
। कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स मुख्यालय वाली कंपनी ने ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के लिए एक ऐसी प्रणाली विकसित की है, जो गूगल ग्लास पर चलता है, जिसमें गूगल का नया जारी किया गया ग्लास एंटरप्राइज एडिशन भी शामिल है।
आज की बदलती जीवनशैली, मोटापा, गलत खानपान के कारण अर्थराइटिस यानी गठिया रोग युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है। जानिए क्या है है इसके साथ ही जानें इसके लक्षण....
आज देश में घुटने के अर्थराइटिस से पीड़ित लगभग 30 प्रतिशत रोगी 45 से 50 साल की उम्र के हैं, जबकि 18 से 20 प्रतिशत रोगी 35 से 45 साल के हैं। अर्थराइटिस की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक सामान्य है। जानिए और...
भारत में 18 करोड़ से अधिक लोग अर्थराइटिस से प्रभावित हैं। इन मामलों की संख्या कई अन्य रोगों जैसे मधुमेह, एड्स और कैंसर की तुलना में अधिक है। जानिए कैसे पाएं इससे निजात...
एक शोध में यह बात सामने आई। र्यूमेटॉइड आथ्र्राइटिस सूजन संबंधी एक दीर्घकालीन विकार है, जो शरीर के जोड़ों, खासकर हाथों और पैरों मेंपाए जाने वाले जोड़ों को प्रभावित करता है।
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