Armenia Azerbaijan: अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि वह सीमा पर दशकेसन, केलबाजार और लाचिन जिलों के पास "बड़े पैमाने पर विध्वंसक कृत्यों" को अजाम दे रहा है। अजरबैजान ने कहा कि उसकी कई सैन्य साइट आग की चपेट में आ गई हैं।
Azerbaijan Armenia War: रूस के बड़ी संख्या में शांतिरक्षक पूरे विवादित इलाके में तैनात किए गए थे। हालांकि अब रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि अजरबैजान के सैनिकों ने सीजफायर का उल्लंघन किया है।
अलगाववादियों के क्षेत्र नागोर्नो-कारबाख को लेकर पिछले साल दोनों देशों के बीच 6 हफ्ते तक युद्ध चला था, जिसमें लगभग 6,600 लोगों की मौत हुई थी।
आर्मेनिया और अजरबैजान की सीमा पर झड़पों में आर्मेनिया के 3 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई और 2 अन्य कर्मी घायल हो गए। झड़प में अजरबैजान के भी 2 सैन्यकर्मी घायल हो गए।
आर्मेनिया और आजरबैजान के बीच लंबे समय तक चले युद्ध के बाद हुए संघर्ष विराम के मद्देनजर अब बड़ी संख्या में जातीय आर्मेनियाई अपने वतन लौट रहे हैं
Armenian भाषा में इस इलाके को Karvachar कहा जाता है, जो लीगली Azerbaijan का हिस्सा है लेकिन साल 1994 में Nagorno-Karabakh इलाके को लेकर हुए युद्ध के बाद से Armenia के मूल निवासियों के कंट्रोल में है।
संघर्ष विराम करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनो देशों को बधाई दी है और अपने विदेश मंत्री माइक पॉम्मपियो तथा अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को दोनो देशों के बीच इस डील को कराने के लिए शाबाशी भी दी है।
नागोर्नो-काराबाख को लेकर आर्मीनिया और आजरबैजान के बीच चले आ रहे दशकों पुराने विवाद को बातचीत के जरिए पटरी पर लाने के लिए शुक्रवार को अमेरिका ने दोनों देशों के शीर्ष राजनयिकों के बीच मध्यस्थता की मेजबानी की। हालांकि, इसके बावजूद शनिवार को रिहायशी इलाकों पर रॉकेट अथवा अन्य हथियारों से हमले किए गए।
आर्मेनिया और अजरबैजान ने नागोर्नो-करबाख के विवादित क्षेत्र पर लड़ाई के लिए संघर्ष विराम की घोषणा की है। इस लड़ाइ्र में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।
आर्मीनिया और अजरबैजान ने कहा कि वह नागोरनो-काराबाख में संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं और यह शनिवार दोपहर से शुरू होगा।
दुनियाभर के अधिकतर देश अर्मेनिया और अजरबैजान से शांति की अपील कर रहे हैं लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जो इस लड़ाई में या तो अजरबैजान या अर्मेनिया का समर्थन कर रहे हैं।
नगोरनो-करबाख सेना के उप प्रमुख अरतुर सरकिसियान ने बताया कि इस लड़ाई में 23 लोगों की मौत हो गयी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
भारत और रूस के बीच दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के साथ ही यूरेशियाई आर्थिक संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत करने की उम्मीद है।
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