रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के शीर्ष तेल निर्यातक देश सऊदी अरब चार महीनों में पहली बार एशियाई खरीदारों के लिए कच्चे तेल की कीमत में कटौती की है। दरअसल, रूस द्वारा सस्ती दरों पर तेल बेचने के बाद ऑयल मार्केट में सऊदी अरब को काफी नुकसान हुआ है।
Largest Oil Company Aramco: अरामको ने शेयर बाजार को सूचित किया है कि यह सरकार और सनाबिल के बीच एक निजी हस्तांतरण है और इसमें कंपनी कोई पक्ष नहीं है और उसने कोई समझौता या भुगतान नहीं किया है।
अरामको ने 2022 की अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए 19.5 अरब डॉलर का लाभांश भी घोषित किया, जिसका भुगतान इस साल की पहली तिमाही में किया जाएगा।
तेल रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के प्रस्तावित 15 अरब डॉलर के सौदे के पुनर्मूल्यांकन की घोषणा
देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अगस्त, 2019 में घोषणा की थी कि ओ2सी कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए अरामको के साथ बातचीत चल रही है।
सऊदी अरब की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) रिकॉर्ड 29.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सऊदी अरब की कंपनी सऊदी अरामको के साथ 15 अरब डॉलर के सौदे पर रोक लगाने की केंद्र सरकार की दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर याचिका का प्रतिवाद किया है।
सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको ने रिकार्ड आईपीओ के बाद शेयर बाजार में कारोबार के दूसरे ही दिन गुरुवार को दो हजार अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण वाली दुनिया की पहली सूचीबद्ध कंपनी बनाने का कीर्तिमान बनाया है।
सऊदी अरब ने रविवार को अपनी दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी अरामको का मूल्य 1710 अरब डॉलर तक आंका है।
सऊदी अरामको का बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 17 नवंबर को खुलेगा। कंपनी की ओर से जमा कराए गए दस्तावेजों से यह जानकारी मिली है।
सऊदी अरामको ने रविवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ लाने की घोषणा की। सऊदी के शेयर मार्केट रेग्युलेटर से इसकी मंजूरी मिल गई है।
भारत ऊर्जा संसाधनों के उपभोग में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिये गैस आपूर्ति और वितरण बुनियादी ढांचे को विकसित करने में 60 अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर रहा है।
सऊदी अरब भारत की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए देश में पेट्रो रसायन, बुनियादी संरचना और खनन समेत अन्य क्षेत्रों में 100 अरब डॉलर निवेश करने की संभावनाएं देख रहा है।
पेंटागन प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि जून में अमेरिकी स्पाई ड्रोन पर हमला, ब्रिटेन के तल टैंकर को जब्त किया जाना और पिछले शनिवार को सऊदी के दो प्रतिष्ठानों पर हमला ‘नाटकीय रूप से ईरान की बढ़ी हुए आक्रमकता को दिखाता है।’
दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति में प्रति दिन 57 लाख बैरल की कमी आई है, जो कंपनी के कुल उत्पादन का लगभग आधा है। इसके चलते आने वाले महीनों में पूरी दुनिया सहित भारतीय बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने का अनुमान है।
सऊदी अरामको सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी है। यह राजस्व के मामले में दुनिया की कच्चे तेल की सबसे बड़ी कंपनी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने तेल एवं रसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी सऊदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी अरामको को बेचेगी। यह सौदा करीब 15 अरब डॉलर अथवा 1.06 लाख करोड़ रुपये में पूरा होने की उम्मीद है।
आरआईएल पर तीसरी तिमाही में 42.7 अरब डॉलर का कर्ज था, जो 2018-19 की चौथी तिमाही में घटकर 33.2 अरब डॉलर पर आ गया है।
सऊदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी अरामको की भारत के पेट्रोलियम क्षेत्र में बड़े निवेश की योजना है। कंपनी ऐसे समय जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में संकट है
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