यह हादसा मुंबई तट से 50 समुद्री मील दूर करीब 11:45 बजे हुआ। ओएनजीसी के अधिकारियों ने बताया कि यह हेलीकॉप्टर छह सिकोरस्की एस-76डी हेलीकॉप्टरों का हिस्सा था। इसे पवन हंस ने हाल ही में माइलस्टोन एविएशन ग्रुप से पट्टे पर लिया था।
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भारतीय नौसेना ‘ताउते’ चक्रवात के कारण मुंबई के निकट अरब सागर में फंसे दो बजरों में मौजूद 314 लोगों को बचा चुकी है।
पुणे के पिकनिकर्स का एक समूह के 6 लोग अंजर्ले समुद्र तट से अरब सागर में डूब गए, जबकि तीन लोगों को स्थानीय लोगों द्वारा बचाया गया।
अम्फान और अरब सागर में आए निसर्ग तूफान के बाद एक और चक्रवाती तूफान भारत की ओर बढ़ रहा है।
देश का पूर्वी तट हाल ही में आए सुपर साइक्लोन अम्फान से उबरा ही था, कि अब पश्चिमी तट पर तूफान से मुश्किलें बढ़ रहा है।
आईएमडी में चक्रवातों की प्रभारी सुनीता देवी ने कहा, "दक्षिण-पूर्व और इससे सटे मध्य पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 24 घंटों के दौरान और तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलेगा और उसके बाद और तीव्र हो सकता है।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी हिंद महासागर और अरब सागर में भविष्य में उठने वाले तूफानों के नाम शाहीन, गुलाब, अग्नि और लुलु होगा।
अरब सागर से उठा महा तूफान किसी भी वक्त गुजरात के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। हालांकि ये तूफान कमज़ोर पड़ता जा रहा है लेकिन उसके बावजूद आशंका है कि 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
अरब सागर में चीन और पाकिस्तान की सांठसांठ के बढ़ते प्रभाव पर शिकंजा कसने की कोशिश में भारत की वैदेशिक खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) समुद्री खुफिया तंत्र को मजबूत बना रही है। एजेंसी अरब सागर क्षेत्र को लेकर ज्यादा चौकस है।
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान का मुंबई और कोंकण के इलाके में असर देखा जा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिस कारण पश्चिमी तट से करीब 300 किलोमीटर दूर तूफान के हालात बने हुए हैं। इसी तूफान के कारण तटीय इलाकों में बारिश हो रही है।
घटना शाम 4:15 बजे की है, जब मुख्य सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ले जा रही महाराष्ट्र सरकार से संबंधित एक नाव पानी के नीचे बनने वाले प्रस्तावित स्मारक परिसर के समीप पलट गई।
हकीकत क्या हैं: समुन्दर से भयंकर बवंडर का अलर्ट
अटलांटिक महासागर में तेज आंधी आने से दस हजार किलोमीटर से भी ज्यादा दूर हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी में शक्तिशाली लहरें बन रही हैं।
सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज, रॉयल डच शेल तथा ओएनजीसी से संयुक्त रूप से 3 अरब डॉलर की मांग की है।
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