Anupriya Patel Exclusive Interview: रमेश बिंद या अनुप्रिया पटेल...मिर्जापुर की 'कालीन' किसके लिए? डबल इंजन की सरकार होने का लाभ यूपी को मिला...योगी जी के परिश्रम का फायदा पूरे राज्य को मिला.... राज्य के विकास को लेकर योगी का काम सराहनीय.....सपा ने सरकार में रहते जातीय जनगणना का नहीं उठाया मुद्दा...
अनुप्रिया पटेल ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ये दोनों सत्ता में थे तो इन्हें किसी की याद नहीं आई, लेकिन सत्ता से बाहर जाने के बाद पिछड़ों की बात करते हैं।
अपना दल (कमेरावादी) की नेता डॉ. पल्लवी पटेल ने रविवार को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ गठबंधन कर लिया। गठबंधन करने के बाद उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने PDA के बारे में कहा कि अखिलेश के PDA में 'A' को लेकर कंफ्यूजन था, इसलिए हमने M को जोड़ा।
लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में नया गठबंधन हो सकता है। सूत्रों की मानें तो अपना दल कमेरावादी इंडिया गठबंधन से अलग होकर बसपा के साथ नए एलायंस की कवायत में है।
अपना दल कमेरावादी ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषित सीटों की सूची अग्रिम सूचना तक निरस्त कर दी है। अपना दल कमेरावादी ने तीन दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर, फूलपुर और कौशांबी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर अपना दल (कमेरावादी) ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। कृष्णा पटेल ने घोषणा की कि यूपी की मिर्ज़ापुर, फूलपुर और कौशांबी सीट पर अपना दल कमेरावादी चुनाव लड़ेगी है।
बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी जातीय जनगणना की मांग उठने लगी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि जब लोगों को पता चलता है कि वे कितने हैं, तो उनमें एक आत्मविश्वास जागता है और सामाजिक अन्याय के खिलाफ एक सामाजिक चेतना भी जागती है। इससे उनकी एकता बढ़ती है और बाधाओं को दूर करते हैं।
Uttar Pradesh: अपना दल कमेरावादी ने 'अपना दल' के संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल की मौत की CBI से जांच कराने और पार्टी अध्यक्ष कृष्णा पटेल की सुरक्षा की मांग को लेकर 23 अगस्त को धरना देने का फैसला लिया है।
अपना दल कमेरावादी की ओर से इस सीट से चुनाव मैदान में कृष्णा पटेल ताल ठोंक रही हैं
अनुप्रिया पटेल ने कहा, जब पार्टी के संस्थापक सोनेलाल पटेल जीवित थे, उस समय मेरी पार्टी के पहले विधायक एक मुसलमान थे जो कि प्रतापगढ़ सदर क्षेत्र से जीते थे और उनका नाम हाजी मुन्ना था। कई मुसलमान अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं इसलिए मेरी पार्टी के लिए मुसलमान अछूत नहीं है।
इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, अनुप्रिया पटेल ने कई मुद्दों पर बात की। अनुप्रिया पटेल ने इस दौरान प्रियंका गाँधी और अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
अपना दल की नेता Anupriya Patel ने कहा है कि ओमप्रकाश राजभर के अखिलेश यादव के साथ जाने से NDA गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के एनडीए से बाहर होने से यूपी चुनावों में गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोग ऐसे लोगों की राजनीति को समझते हैं जो चुनाव से पहले पार्टी बदल लेते हैं। सुनिए चुनाव मंच से उनका पूरा बयान।
'चुनाव मंच' में नेता Anupriya Patel ने दावा किया है कि चुनाव परिणाम के दिन ऊंट NDA की करवट की बैठेगा। उन्होंने कहा है कि 10 मार्च को NDA के पक्ष में जनादेश आएगा। सुनिए चुनाव मंच से उनका पूरा बयान।
अनुप्रिया ने (Anupriya Patel) कहा- अपना दल धर्म की राजनीति नहीं करता, हम सिर्फ समाज के दबे-कुचले वर्ग के हक और अधिकार की राजनीति करते हैं।
UP election में Anupriya Patel ने India TV के Chunav Manch 2022 में कहा कि यूपीए में माहौल एनडीए के पक्ष में है। हम बीजेपी के पुराने सहयोगी हैं। बीजेपी—अपना दल के प्रयोग को यूपी की जनता ने पसंद किया है। अपना दल बीजेपी की पुरानी सहयोगी पार्टी है। चुनाव के ठीक पहले लोग पार्टी बदलते हैं तो इसका मैसेज जनता पर अच्छा नहीं जाता है।
बीजेपी अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर राज्य की 403 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इस घोषणा से पहले भाजपा मुख्यालय में राजग नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें अमित शाह, जे पी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान के अलावा अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद भी मौजूद थे।
दोनों विधायकों ने गठबंधन छोड़ने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यूपी चुनाव से पहले दो नए इस्तीफे के साथ, उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुल 12 विधायकों ने राज्य सरकार पर पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
वर्ष 2017 में 32 ऐसी छोटी पार्टियां थी जिनके प्रत्याशियों ने 5.000 से लेकर 50.000 तक वोट हासिल किए थे।
उत्तर प्रदेश में संकट में घिरी भाजपा के लिए बड़ी राहत की बात सामने आई है। अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल ने इन अटकलों का खंडन किया है कि पार्टी अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन बरकरार रखने के लिए कड़ा सौदा कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अपना दल का विलय नहीं होगा, भले ही इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार से पार्टी सांसदों को बाहर रहना पड़े। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अनुप्रिया पटेल को मंत्री पद दिए जाने से पहले अपना दल पर विलय करने के लिए भाजपा द्वारा दबाव बनाया जा रहा है।
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