दिसानायके ने 2019 के राष्ट्रपति चुनाव में महज 3 फीसदी वोट ही हासिल किए थे। नॉर्थ सेंट्रल प्रांत में ग्रामीण थम्बट्टेगामा के रहने वाले दिसानायके ने केलानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में स्नातक हैं। वह 1987 में भारत विरोधी विद्रोह के चरम के दौरान जेवीपी में शामिल हुए थे। 2000 के संसदीय चुनाव में सांसद बने।
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