श्रीलंका के संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसनायके की पार्टी को बंपर जीत मिली है। इससे बाद उन्होंने नए प्रधानमंत्री की तलाश शुरू कर दी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका यात्रा पर चीन की पैनी नजर है। भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूती देने के लिए जयशंकर आज ही कोलंबो पहुंचे हैं। श्रीलंका में नई सरकार के गठन के बाद यह उनकी पहली कोलंबो यात्रा है।
श्रीलंका में मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद नई पीएम के तौर पर हरिनी अमरसूर्या ने शपथ ग्रहण किया है। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस द्वीप राष्ट्र को आईएमएफ से मदद मिलने के बाद 2022 और 2023 के बीच भारत ने भी चार अरब डॉलर की सहायता की है।
श्रीलंका में अनुरा कुमारा के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ‘ईस्टर संडे’ का मुद्दा फिर से उछल गया है। लिहाजा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने इस मामले की फिर से जांच कराने का ऐलान किया है।
दिसानायके ने 2019 के राष्ट्रपति चुनाव में महज 3 फीसदी वोट ही हासिल किए थे। नॉर्थ सेंट्रल प्रांत में ग्रामीण थम्बट्टेगामा के रहने वाले दिसानायके ने केलानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में स्नातक हैं। वह 1987 में भारत विरोधी विद्रोह के चरम के दौरान जेवीपी में शामिल हुए थे। 2000 के संसदीय चुनाव में सांसद बने।
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