केंद्र सरकार की तरफ से महिलाओं की सुरक्षा और यौन उत्पीड़न की शिकायतों के समाधान के लिए केंद्रीकृत मंच की शुरुआत कर दी गई है। कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, इसलिए इस पोर्टल की शुरुआत की गई है।
साल 2023 का अंत होने वाला है और आज 26 दिसंबर का दिन है। हिंदू धर्म के अनुसार आज का दिन बेहद शुभ माना जा रहा है, आज मार्गशीर्ष माह का अखिरी दिन अपने साथ 3 प्रमुख पर्व का संयोग बना रहा है। आइए जानते हैं आज का दिन क्यों है इतना शुभ और इस दिन कैसे आप सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त कर सकते हैं।
Annapurna Jayanti 2023 Upay: बुधवार से 21 दिवसीय अन्नपूर्णा पूजा शुरू हो रही है। इस दौरान कुछ खास उपायों को करने से घर में अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती है।
Annapurna Jayanti 2023 Puja Vidhi: 13 से अन्नपूर्णा जयंती की 21 दिवसीय पूजा शुरू हो रही है। मान्यताओं के मुताबिक, 21 दिनों तक मां अन्नपूर्णा की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और अन्न से घर का भंडार भरा रहता है।
Annapurna Jayanti 2023: अगर आप चाहते हैं कि आपके घर का भंडार हमेशा अन्न-धन से भरा रहे तो अन्नपूर्णा जयंती के दिन गैस चूल्हा की विधि के साथ पूजा जरूर करें।
काशी पहुँचने पर मां अन्नपूर्णा के दुर्गा कुंड मन्दिर से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
पिछले 100 साल से इसे कनाडा के एक म्यूज़ियम में रखा हुआ था पीएम मोदी की कोशिशों के बाद इसे वापस लाया गया।
देवउठनी एकादशी के मौके पर आज मां अन्नपूर्णा मूर्ति की पुनर्स्थापना की जाएगी। ये मूर्ति करीब 108 साल पहले चोरी हो गई थी। पिछले 100 साल से इसे कनाडा के एक म्यूज़ियम में रखा हुआ था पीएम मोदी की कोशिशों के बाद इसे वापस लाया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोशिशों से मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति को वापस लाया गया है और आज गोपाष्टमी के मौके पर इसे यूपी सरकार को सौंपा जाएगा। केन्द्रीय मंत्री जीके रेड्डी इसे यूपी सरकार को सौंपेंगे जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ धाम में इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार 11 नवम्बर को यह मूर्ति दिल्ली में प्राप्त करेगी। 11 नवम्बर को गोपाष्टमी के दिन मूर्ति हमें मिलेगी। उसके बाद इस प्रतिमा को उत्तर प्रदेश लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली से चलकर कासगंज से सोरों में विश्राम होगा।
मूर्ति शोध में सामने आया कि मैकेंजी ने 1913 में भारत की यात्रा की थी। बताया जा रहा है कि यह मूर्ति उसी के बाद यहां से कनाडा पहुंची। अन्नपूर्णा माता अपने एक हाथ में खीर और दूसरे में चम्मच लिए हुए हैं
भारत रत्न से सम्मानित दिवंगत सितारवादक पंडित रविशंकर की पूर्व पत्नी और दिग्गज संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का शनिवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया।
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