अंकिता और करमन ने मिलकर दो घंटे 38 मिनट तक मैच में पीयंगटार्न और नुदिंडा की जोड़ी को 6-4 6-7 7-5 से मात दी।
भारत पूल ए में है जिसमें थाईलैंड के रूप में उसे आसान चुनौती मिली है।
पुरूषों में प्रजनेश गुणेश्वरन एक स्थान के नुकसान के साथ 103वें स्थान पर खिसक गये।
चोटिल युकी भांबरी को कोर्ट से दूर रहने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और वह 365 रेटिंग अंक के साथ 150वें स्थान पर है।
पेशेवर सर्किट में पहली बार मिलकर खेल रही अंकिता और करमन ने रूस की ओल्गा डोरोशिना और नतेला दजालामिज के हटने से खिताब जीता।
194वें स्थान पर काबिज कोविनिच ने एक घंटे 47 मिनट चले मुकाबले में 197वीं रैकिंग की खिलाड़ी अंकिता को 6-2, 7-5 से शिकस्त दी।
एशियाई खेलों के पदक ने मुझे आत्मविश्वास और भरोसा दिया है। अभी मैं रैंकिंग में टॉप-200 में हूं और अब मैं जल्द से जल्द टॉप-100 में शुमार होना चाहती हूं। मेरा अगला लक्ष्य 2020 टोक्यो ओलंपिक है।
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