गढ़ीमाई मेला गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे अधिक सामूहिक बलि प्रथा के रूप में नाम दर्ज करवा चुका है। मेला लगभग 15 दिन चलता है और इसमें नेपाल और भारत के श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है। प्रत्येक दिन लगभग पांच लाख श्रद्धालु पहुंचते हैं।
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि बकरीद के मौके पर शहर में खुले में कुर्बानी देने पर प्रतिबंध लगा हुआ है, और नियमों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
World Dairy Summit: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में आयोजित विश्व डेरी शिखर सम्मेलन में कहा, “पशुओं से मानव और मानव से पशुओं में बीमारी स्थानांतरित होती है। कोरोनाकाल में भी यह देखने को मिला है। इसलिए बीमारी से निपटने के लिए शोध जरूरी है।”
Lumpy virus in Rajasthan: आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस रोग के कारण 10 अगस्त तक हुई मवेशियों की कुल मौतों में से सबसे ज्यादा 2,511 मौत गंगानगर जिले में हुई हैं। इसके बाद बाड़मेर में 1,619, जोधपुर में 1,581, बीकानेर में 1,156, जालौर में 1,150 और नागौर जिले में 1,138 मवेशियों की मौत हुई हैं। मरने वाले मवेशियों
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सदस्य ईद-उल-अजहा या बकरीद पर कुर्बानी के नाम पर जानवरों की दी जाने वाली बलि के विरोध में खड़ा हो गया है। उन्होंने इस्लाम के अनुयायियों से आग्रह किया है कि सड़कों पर जानवरों की कुर्बानी ना दें, सड़को और अपने इलाके को स्वच्छ बन
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