अनिल कुंबले ने पहले टेस्ट शतक और उस समय गेंदबाजी कर रहे केविन पीटरसन की गेंद पर खेले गए अजीबो - गरीब शॉट के बारे में बताया है।
भारत में सुनामी से 10,136 लोग मर गए थे जबकि कई हजारों लोगों के घर तबाह हो गए थे जिससे वो बेघर हो गए थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने कहा विवादास्पद सिडनी टेस्ट के बाद 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से हटना एक ‘स्वीकार्य’ विकल्प हो सकता था।
टेस्ट क्रिकेट में इस तीन गेंदबाजों ने अपनी कमाल की गेंदबाजी से सबसे कम मैचों में 500 विकेट लेने का कारनामा किया है।
अनिल ने कुंबले ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में कुल 619 विकेट लिए हैं और साल 2008 में उन्होंने इस खेल को अलविदा कह दिया था। वहीं मुलरी ने टेस्ट में 800 और शेन वार्न ने 708 विकेट अपने नाम किया है।
कुंबले ने बताया कि कैसे उनके साथी तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने आश्वस्त किया था कि वह नौ विकेट के साथ मैच खत्म न करें और इसलिए वो विकेट के बाहर गेंदबाजी कर रहे थे।
अनिल कुंबले से जब पूछा गया कि उन्हें किस बल्लेबाज के सामने सबसे ज्यादा गेंद फेंकने पर डर सा महूसस होता था। उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा का नाम लिया।
अनिल कुंबले ने बताया कि जब करियर के दौरान उनकी तुलना इन दो दिग्गज स्पिनरों से होती थी तो उन्हें यह काफी मुश्किल लगता था।
भारतीय कप्तान विराट कोहली से मतभेद के बाद 2017 में चैम्पियंस ट्राफी के बाद कुंबले इस पद से हट गये थे।
विनोद राय ने बताया कि द्रविड़ इंडिया ए और अंडर-19 टीम के साथ बेहतरीन काम कर रहे थे। उनके नेतृत्व में यह दोनों ही टीमें निखर कर सामने आई। ऐसे में सीनियर टीम के लिए उनसे बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता था।
हम आपको 3 भारतीय खिलाडी के बारे में बतायेंगे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक बार 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब हासिल किया।
भारत के दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले कई भारतीय स्पिन गेंदबाजों के आदर्श हैं। कुंबले का खेल के प्रति लगाव और उनके व्यवहार के भी कई खिलाड़ी कायल हैं। यही वजह है कि पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने अनिल कुंबले की तारीफ की है।
कुंबले टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाल गेंदबाज हैं। टेस्ट में उनके नाम 619 विकेट हैं। खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में कुंबले, मुथैया मुरलीधरन और शेन वार्न के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
क्रिकेट में छोट-बड़े सभी तरह के रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं। लेकिन कई ऐसे रिकॉर्ड भी है जिनको तोड़ना छोड़ियें उनके आसपास पहुंचना भी किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है।
भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भारत के लिए कुल 6 वनडे मैचों मे कप्तानी की है। इन 6 मैचों में गंभीर ने 90 की औसत से 360 रन जड़े।
साल 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर हरभजन सिंह ने आकाश चोपड़ा के साथ युट्यूब वीडियो चैट के दौरान एक किस्सा बताया जिसमें रिकी पोंटिंग भारतीय खिलाड़ी को आउट करने के लिए खुद ही अंपयार गए थे।
पिछले एक दशक में स्पिनरों ने क्रिकेट खेलने वाली सभी देशों में कुल मिलाकर प्रति टेस्ट 12.03 तीन विकेट लिये लेकिन जहां तक आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड की बात है तो इन देशों में यह आंकड़ा प्रति टेस्ट 6.4 रह जाता है।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और कपिल देव सबसे अधिक विकेट लेने गेंदबाजों में शामिल हैं।
वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए इन पूर्व तीन गेंदबाजों में सबसे अधिक विकेट लेने का कारमाना किया है।
श्रीनाथ ने 2003 विश्वकप के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वह भारत के लिए कुल 67 टेस्ट और 229 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने टेस्ट में 236 और वनडे में 315 विकेट लिए।
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