महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी और शिवसेन के चाणक्य कहे जाने वाले संजय राउत ने प्रेस वार्त की है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा लेने का अधिकार सीएम का होता है, उनको तय करने दीजिए। यदि कोई केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रयास कर रहा है, तो मैं उन्हें चेतावनी दे रहा हूं - आप स्वयं उस आग में जल जाएंगे।
शरद पवार की सलाह के बारे में सवाल करने पर रिबैरो ने पीटीआई/भाषा से कहा, "मैं उपलब्ध नहीं हूं। किसी ने (राज्य सरकार में से) मुझसे संपर्क नहीं किया है। और वैसे भी अगर वे मुझसे संपर्क करते हैं तो, मैं उपलब्ध नहीं हूं।"
एनसीपी नेताओं की बैठक से पहले, महाराष्ट्र में गठबंधन सहयोगी कांग्रेस का संदेश लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी शरद पवार के घर पहुंचे थे। कमल नाथ करीब आधे घंटे तक शरद पवार के घर रहे। कमल नाथ से पहले शिवसेना नेता संजय राउत भी शरद पवार के घर आकर उनसे मिले।
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए की वसूली कराने का गंभीर आरोप लगाने के बाद से राजनीति गरमा गई है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के दिल्ली आवास पर हुई महाविकास अघाड़ी सरकार के बड़े नेताओं की बैठक के बाद जयंत पाटिल ने साफ कर दिया कि गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख के इस्तीफे की जरूरत नहीं।
एनसीपी सूत्रों के मुताबिक, गृहमंत्री अनिल देशमुख को उनके पद से हटाया जा सकता है। जयंत पाटील या दिलीप वलसे पाटील को महाराष्ट्र का नया गृहमंत्री बनाया जा सकता है।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग करने के एक दिन बाद, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को केंद्रीय जांच की मांग की और कहा कि कैसे उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी एसयूवी खड़ी की गई।
एक और चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन में, यह बात सामने आई है कि पूर्व कांस्टेबल विनायक ने सोशल मीडिया पर अपनी नई कार की तस्वीर पोस्ट की थी, लेकिन बाद में मनसुख हिरानी की मौत से पहले इसे हटा दिया। समय बीतने के साथ मामला और गहराता जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि मामले में जांच होनी चाहिए। सचिन वाजे अपने साथ कई और गहरे राज रख रहे हैं।
नवीनतम खुलासे ने एमवीए सरकार पर देशमुख के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव डाला है, जो पहले से ही एंटीलिया विस्फोटकों के दुरुपयोग के आरोपों का सामना कर रहा है।
महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री अनिल देशमुख पर अपने पद से इस्तीफा देने का दबाव बढ़ता जा रहा है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर पद छोड़ने का दबाव है।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को अनिल देशमुख के खिलाफ परम बीर सिंह के आरोपों की गंभीर जांच की मांग की। मीडिया से बात करते हुए राज ठाकरे ने केंद्र से मामले को देखने का आग्रह किया।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह के सनसनीखेज पत्र में शनिवार को गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए - जो मुंबई पुलिस के इतिहास में अभूतपूर्व है - ने तीन-पक्षीय सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर तनाव को और बढ़ा दिया है।
Parambir Singh Letter: बीजेपी के साथ-साथ कंगना रनौत को भी इस मुद्दे पर उद्धव सरकार से हिसाब बराबर करने का मौका मिल गया है। कंगना ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर उद्धव सरकार पर निशाना साधा है। कंगना ने ट्वीट कर कहा कि जो साधुओं की हत्या और स्त्री का अपमान करे उसका पतन निश्चित है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को गृहमंत्री अनिल देखमुख और मुंबई की पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के बीच 100 करोड़ रुपये की वसूली मामले को लेकर कहा कि महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख को तुरंत दे देना चाहिए। बीजेपी नेता कल (21 मार्च) राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेंगे और गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करेंगे।
अनिल देशमुख ने कहा, "परमबीर सिंह के आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। उन्हें अपने आरोपों को साबित करना चाहिए। मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहा हूं।"
सूत्रों के मुताबिक, अनिल देशमुख खुद से इस्तीफा दे सकते है। शरद पवार की उनसे बात हुई है। सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी में भी ज्यादातर नेता अनिल देशमुख के कामकाज से खुश नहीं हैं। ऐसे में अनिल देशमुध खुद इस्तीफा दे सकते हैं।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने शनिवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया है कि मंत्री ने उनके टीम मेंबर सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपये उगाहने को कहा था।
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के 100 करोड़ हर महीने वसूली के आरोपों पर गृह मंत्री अनिल देशमुख का पहला रिएक्शन आया है। उन्होंने ट्वीट कर परमबीर सिंह के आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह ने खुद को बचाने और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्र में परमबीर सिंह ने लिखा है कि सूबे के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने के लिए कहा था। उद्धव को लिखी अपनी चिट्ठी में परमबीर ने कहा है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि उन्हें हर महीने 100 करोड़ रुपये चाहिए, और उन्होंने सचिन वाजे से कहा था कि हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा कर दिए जाएं।
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