अरबपति उद्योगपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी लंदन स्टॉक एक्सचेंज से अपने शेयर हटाएगी।
लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) की निर्माण इकाई को अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,600 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है।
खनन समूह वेदांता रिसोर्सेज आने वाले सालों में भारत में अपने कारोबार विस्तार पर करीब 50,000 करोड़ रुपए निवेश करेगा। कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा।
कर विभाग ब्रिटेन की तेल उत्खनन कंपनी केयर्न एनर्जी की पूर्ववर्ती अनुषंगी केयर्न इंडिया द्वारा दिए जाने लाभांश पर लगी रोक हटाने पर सहमत हो गया है।
खनन कंपनी वेदांता रिसोर्सेज ने कहा है कि वह आने वाले समय में अनुसंधान व विकास (R&D) गतिविधियों पर तीन करोड़ डॉलर (लगभग 200 करोड़ रुपए) निवेश करेगी।
खनन सम्राट अनिल अग्रवाल ने कहा कि उनके समूह की नकदी संपन्न तेल कंपनी केयर्न इंडिया का वेदांता लिमिटेड के साथ विलय इस साल के अंत तक पूरा हो सकता है।
वेदांता ने अपनी सब्सिडियरी केयर्न इंडिया के स्वयं में विलय के सौदे के लिए शेयरधारकों को दिए जाने वाले ऑफर को और ज्यादा आकर्षक बना दिया है।
अनिल अग्रवाल अपने औद्योगिकी समूह वेदांता रिसोर्सेज को जनरल इलेक्ट्रिक जैसे संस्थान में बदलना चाहते हैं, जहां कंपनी को श्रेष्ठ पेशेवर चलाएं।
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