डिब्रूगढ़ जेल उत्तर-पूर्व की सबसे पुरानी जेलों में से एक है। 1860 में इसका निर्माण हुआ था और इसका निर्माण अंग्रेजी सरकार ने कराया था। इस जेल में अलगाववादी संगठनों जैसे यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के कई नेता कैद रहे हैं।
इंडिया टीवी ने उस शख्स से बात की है जिससे अमृतपाल की गिरफ्तारी से पहले बात हुई थी। जत्थेदार जसबीर सिंह ने इंडिया टीवी के सामने अमृतपाल की गिरफ्तारी के बारे में कई खुलासे किए।
Amritpal Singh Arrest News: अमृतपाल को 36 दिनों के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। अमृतपाल के पास बचने का अब कोई रास्ता नहीं था। सोचिये जिस अमृतपाल के पीछे हजारों लोगों की भीड़ रहती थी, आज जब वो गिरफ्तार हुआ तो कोई उसके साथ नहीं था..
Amritpal Singh Arrest News: 35 दिन बाद भगोडा़ अमृतपाल पकड़ा गया..जब पकड़ा गया तो एक समर्थक भी साथ नहीं था। उसने तिकड़म तो खूब लगाई, फोटो बनवाई, सर्कुलेट करवाई, वीडियो वायरल करवाया , भड़काने की पूरी कोशिश की लेकिन उसके साथ कोई नहीं आया।
उनकी टिप्पणी पंजाब पुलिस द्वारा रविवार को तड़के मोगा के रोडे गांव से अलगाववादी अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद आई है। अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के साथ ही एक महीने से खालिस्तानी समर्थक की तलाश खत्म हो चुकी है।
पंजाब के लोग बहुत समझदार हैं, उनको कोई बेहका नहीं सकता...आज के समय में वहां के लोगों को कोई दिलचस्पी नहीं है खालिस्तानियों में सिवाय कुछ गिने चुनें लोगों को छोड़ कर- जीडी बख्शी, डिफेंस एक्सपर्ट.
36 दिन बाद भगोड़े और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है...अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था...ISI के इशारे पर देश में अशांति और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था...लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही प्लान फेल कर दिया..
ISI के इशारे पर देश में अशांति और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था...लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही प्लान फेल कर दिया...उसके खतरनाक और देशविरोधी मंसूबों पर पानी फेर दिया.
36 दिन बाद भगोड़े और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है. अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था. ISI के इशारे पर देश में अशांति और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था...
36 दिन बाद भगोड़े और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है.अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था...ISI के इशारे पर देश में अशांति और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था. लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही प्लान फेल कर दिया
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को भिंडरावाले के गांव रोडे के गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया गया है. उड़ते अमृतपाल को गिरफ्तारी के फौरन बाद स्पेशल फ्लाईट से असम की डिब्रूगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया . इस जेल में अमृतपाल के चाचा और फाइनेंसर समेत कई साथी पहले से कैद हैं.
Amritpal Singh Arrested: इस बीच गिरफ्तार खालिस्तान(Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह पर बहुत बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तान(Pakistan) की खुफिया एजेंसी ISI अमृतपाल का मर्डर कराना चाहती थी।
Amritpal Singh Arrested: करीब 36 दिन तक पंजाब पुलिस को चकमा देने के बाद आज 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल सिंह गिरफ्तार हुआ है। Punjab के CM Bhagwant Mann ने अमृतपाल की गिरफ्तारी पर Press Conference की
यहां अमृतपाल सिंह के साथ कोई दूसरा शख्स भी बैठा हुआ है जो कुछ पेपरों के काम में लगा हुआ है। वहीं बगल में अमृतपाल भी बैठा हुआ है। बता दें कि 36 दिनों बाद अमृतपाल सिंह को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया है।
Amritpal Singh Arrested: इस बीच गिरफ्तार खालिस्तान(Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह पर बहुत बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तान(Pakistan) की खुफिया एजेंसी ISI अमृतपाल का मर्डर कराना चाहती थी।
खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल को ISI से अमृतपाल को जान का खतरा था और वह उसे मरवाना चाहती थी। सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल पंजाब से फरार होने के बाद पहले कुरुक्षेत्र और फिर दिल्ली पहुंचा था।
अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख के खिलाफ एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सरकारी डोसियर की मानें तो भारत आने से पहले अमृतपाल ने एक साल तक ISI से ट्रेनिंग ली थी।
हिंदू नेता सुधीर सूरी के मर्डर से भी अमृतपाल का कनेक्शन सामने आया है.... सुधीर सूरी की हत्या का आरोपी अमृतपाल से प्रभावित था... उसकी कार पर वारिस पंजाब दे संगठन का स्टीकर था
अमृतपाल को 36वें दिन गिरफ्तार किया गया
अमृतपाल सिंह पंजाब के मोगा से गिरफ्तार, पुलिस ने शांति-सौहार्द बनाए रखने की अपील की
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