पंजाब पुलिस ने नई दिल्ली के एयरपोर्ट से अमृतपाल सिंह को अपने हवाले लिया है। पुलिस ने बताया कि अमृतपाल सिंह दुबई और सर्बिया के रास्ते ऑस्ट्रिया भाग गया था। उस पर हत्या और तस्करी समेत कई मामले दर्ज हैं।
अमृतपाल सिंह असम के डिब्रूगढ़ जिले की जेल में बंद हैं। 31 वर्षीय सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जेल से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। सिंह को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए 5 जुलाई को पैरोल दी गई थी।
सपोर्ट करके कांग्रेस को बड़ी एंब्रैसमेंट में डाल दिया....चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि अमृतपाल सिंह को जेल में रखना...उसके बोलने पर पांबदी लगाने की कोशिश करना...संविधान के खिलाफ है...चन्नी ने कहा कि देश में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हैं....चुनाव जीतने के बाद भी अमृतपाल सिंह को जेल में रखा जा रहा है..
सांसद अमृतपाल सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी हिरासत को चुनौती दी है और कहा है कि अधिनियम तहत पूरी कार्यवाही को रद्द किया जाए।
हाल ही में सांसद पद की शपथ लेने वाले अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके साथ एक अन्य व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा है। बता दें कि अमृतपाल सिंह फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
हाल ही में समाप्त हुए 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान कुल 542 में से 539 नवनिर्वाचित सांसदों ने संसद सदस्यता की शपथ ली। लेकिन, जेल में होने के कारण अमृतपाल सिंह और इंजीनियर राशिद सत्र के दौरान शपथ नहीं ले पाए थे। नए सांसद को 60 दिन के अंदर शपथ लेना होता है नहीं तो सदस्यता जा सकती है।
पंजाब के खंडूर साहिब से निर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह और बारामुला से चुने गए सांसद शेख अब्दुल राशिद को शुक्रवार को लोकसभा की शपथ दिलाई जाएगी। ओम बिरला के चैंबर में ये दोनों सदस्यता की शपथ लेंगे।
असम के डिब्रूगढ़ जिले की जेल में रहते हुए हाल के संसदीय चुनावों में पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट जीतने वाले खालिस्तान समर्थक सिंह शुक्रवार को शपथ लेने वाले हैं।
वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह इसी हफ्ते सासंद पद की शपथ ले सकता है। इसे लेकर उसको 4 दिन की पैरोल मिली है।
अमृतपाल सिंह के साथ अपनी पार्टी के राजनीतिक एवं वैचारिक मतभेद से ऊपर उठते हुए बादल ने कहा कि इस मामले में रासुका बढ़ाने का फैसला ‘‘संविधान तथा मूल मानवाधिकारों एवं नागरिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन’’ है।
खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह की हिरासत एक साल के लिए बढ़ा दी गई है। वह कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद है।
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आ गए हैं। इस बार के नतीजों में दो सांसद ऐसे भी चुने गए हैं, जो इस समय जेल में बंद है। ऐसे में इन सांसदों के शपथ लेने के लिए क्या नियम हैं और किस तरह से ये शपथ ले सकते हैं। आइये जानते हैं...
इस बार लोकसभा चुनाव के नतीजे सबको चौंका रहे हैं। सबसे हैरानी की तो बात यह है कि कुछ उम्मीदवारों ने जेल में रहते हुए चुनाव लड़ा और दमदार जीत हासिल की। आइए ऐसे ही उम्मीदवारों के बारे में जान लेते हैं।
डिब्रूगढ़ की सेंट्रल जेल में बंद अमृतपाल सिंह बड़े मार्जिन से खडूर साहिब लोकसभा सीट से लीड कर रहा है।
डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने भी लोकसभा चुनाव 2024 में लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि, इस बीच पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने उसे एक बड़ा झटका दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह जानकारी के मुताबिक, 17 फरवरी को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद अमृतपाल के पास से मोबाइल, जासूसी कैमरे समेत कई अन्य चीजें बरामद की गई थीं।
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा था कि शहीद अमृतपाल सिंह के अंतिम संस्कार में सैन्य सम्मान नहीं दिया गया क्योंकि वह एक अग्निवीर सैनिक थे। अब इस मामले में सेना ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है।
ब्रिटेन में रह रहा अवतार सिंह पिछले काफी दिनों से ब्लड कैंसर से जूझ रहा था। माना जाता है कि अवतार सिंह की मदद से ही अमृतपाल भारत में लगातार 37 दिनों तक छिपता रहा था। NIA ने खांडा और 3 अन्य अलगाववादियों को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के सामने हुए प्रदर्शन का मास्टरमाइंड माना था।
अमृतपाल सिंह 23 अप्रैल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इससे पहले 4 मई को अमृतपाल की पत्नी किरणपाल कौर ने उससे मुलाकात की थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पति से जेल में मिलने के दौरान किरणदीप कौर के साथ अमृतपाल के सहयोगी दलजीत सिंह के परिवार के सदस्य भी थे। बता दें कि जलजीत सिंह कलसी भी इसी जेल में बंद है।
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