महिंद्रा डिफेंस और जापान की शिनमेवा इंडस्ट्रीज के बीच यह करार पानी और जमीन पर लेंडिंग करने वाले US-2 नाम के जहाज के लिए किया गया है
यह विमान दुनिया का सबसे बड़ा एंफीबियस विमान है और इसकी खासियतों को देखते हुए कहा जा सकता है कि चीन इससे अपनी सैन्य क्षमता को एक नए स्तर तक पहुंचाने में कामयाब होगा...
सरकार ने कहा है कि रूस और जापान की कंपनियों ने भारत को एंफीबियस विमान (जल-थल दोनों पर उतरने में सक्षम) की आपूर्ति करने की इच्छा जताई है।
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