भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) और साक्ष्य अधिनियम (एविडेंस एक्ट) में बड़े बदलाव होने वाले हैं। नए कानून में विभिन्न अपराध के मामलें में कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है।
हेमा मालिनी ने किसी फिल्म का उल्लेख नहीं किया, लेकिन अक्षय कुमार ने फिल्म ‘राउडी राठौड़’ में कुछ इस तरह का डायलॉग बोला था। उस फिल्मी डायलॉग में कहा गया था, ‘‘मैं जो कहता हूं वह करता हूं, जो नहीं कहता वह डेफिनेटली (जरूर) करता हूं।’’
देश के कानून में बड़े बदलाव की तैयारी कर ली गई है। चाहे मॉब लिंचिंग हो या आतंकवाद या फिर राजद्रोह सभी के लिए नए नियम लाए गए हैं। नए कानूनों पर चर्चा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर भी तीखा तंज कसा है।
रोड पर एक्सीडेंट करके भाग जाने वालों के लिए बड़ी खबर है। अब नए कानून के मुताबिक, अगर हिट एंड रन का मामला बना तो दोषी को 10 साल की सजा मिलेगी। वहीं अगर दोषी, घायल को हॉस्पिटल पहुंचाता है तो उसकी सजा कम हो जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि मेरे लिए बहुत सम्मान और गौरव की बात है कि आज मैं इस महान सदन के सामने 3 कानून लेकर उपस्थित हुआ हूं।
देश में राजद्रोह कानून खत्म कर दिया गया है। इसकी जगह दूसरे कानून को लाया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि देश के खिलाफ बोलना गुनाह होगा।
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह IPC में हो रहे बदलाव से जुड़े सवालों पर जवाब दे रहे हैं। आइए जानते हैं कि इन बदलावों के बाद क्या कुछ नया देखने को मिलेगा।
भजन लाल शर्मा आज से प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में काम करेंगे। इससे पहले वह बीजेपी के प्रदेश महामंत्री रहते हुए संगठन का काम करते थे। उन्होंने चार-चार प्रदेश प्रमुखों के साथ काम किया। अध्यक्ष बदलते गए लेकिन भजनलाल अडिग रहे। अब देखना होगा कि वह सीएम के तौर पर कैसा काम करते हैं।
भजनलाल शर्मा आज राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के बाहर होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे।
भजन लाल शर्मा को बीजेपी की सुरक्षित सीट सांगानेर से टिकट दिया गया था। वह इस सीट से जीतने के बाद चुप रहे और उन्होंने अन्य सीएम पद के दावेदारों की तरह कोई लॉबिंग नहीं की। आखिरकार वह अंतिम समय में उभरे और सभी को हैरान कर दिया।
अनुच्छेद 370 पर आज राज्यसभा में तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान अमित शाह ने विपक्षी दलों पर खूब निशाना साधा। इस बीच विपक्षी दलों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री के बयान में गरिमा की कमी दिखी।
अनुच्छेद 370 पर राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह विपक्षी दलों पर भड़क गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं इन्हें नहीं समझा सकता क्योंकि मेरा मर्यादा है। इस दौरान शाह ने कहा कि 370 अस्थाई है ये तो जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पेश किया। इससे पहले लोकसभा में इस बिल को पारित किया जा चुका है। वहीं जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 पर भी सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम फैसला सुनाया है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में नीतीश कुमार समेत कई अन्य दलों के प्रतिनिध भाग लेने के लिए पटना पहुंचे। इस दौरान अमित शाह ने धीरज साहू के घर मिले पैसों को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा।
शाह ने कहा कि आजादी के 75 साल के दौरान देश ने पहले कभी इतनी बड़ी छलांग नहीं लगाई। उन्होंने इसका श्रेय मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और अपने लक्ष्य को वास्तविकता में बदलने की उनकी क्षमता को दिया।
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है। अब मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकशी का दौर जारी है। कई नामों की चर्चा है, मगर फैसला पार्टी हाईकमान को करना है।
ABVP के 69वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अमित शाह ने कहा कि ABVP वह मूर्ति है, जिसे यशवंतराव केलकर, मदनदास देवी, दत्ताजी डिडोलकर जैसे अनेकों महान शिल्पियों ने 75 वर्षों की इस यात्रा में गढ़ा है।
अमित शाह ने कहा, छात्र स्वाभाविक रूप से युवा और ऊर्जावान होते हैं, जोश से भरे होते हैं, कभी-कभी रास्ते से भटकने की हद तक पहुंच जाते हैं। फिर भी, विद्यार्थी परिषद दृढ़ बनी हुई है, इसकी संगठनात्मक संरचना इतनी मजबूत और अच्छी तरह से बनाए रखी गई है कि यह अपने रास्ते से नहीं भटकी है।
अनुच्छेद 370 के हटाने के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार राज्य में फिर से एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। इस बाबत सरकार ने दो विधेयक लोकसभा में मंगलवार 5 दिसंबर को पेश किए, जोकि बुधवार 6 दिसंबर को लंबी चर्चा के बाद पास हो गए। आइए समझते हैं कि क्या हैं ये दोनों विधेयक-
संसद के निचले सदन लोकसभा में बुधवार को जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2023 पर चर्चा हो रही है। बता दें कि इस विधेयक के अंतर्गत जम्मू कश्मीर विधानसभा में सीटों को विस्थापितों के लिए भी रिजर्व किया जा रहा है।
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