मुक्केबाज अमित पंघल को अपने कोच अनिल कुमार धनकड़ के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट (एनआईएस) में लगाए जा रहे शिविर में आने का इंतजार है।
मुक्केबाज अमित पंघाल ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) से अपने बचपन के कोच अनिल धनकड़ को पटियाला में चल रहे राष्ट्रीय शिविर में शामिल करने की अनुमति देने का अनुरोध किया।
फेडरेशन ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए महिला मुक्केबाज सिमरनजीत कौर, लवलिना बोरगोहेन और मनीष कौशिक के नामों की सिफारिश की है, जबकि द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए एन. ऊषा के नाम भेजे हैं।
बीएफआई जून में राष्ट्रीय खेल संस्था (एनआईएस) में कैम्प आयोजित करने की रणनीति बना रही है।
भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन ने ओलंपिक का टिकट हासिल करने वाले मुक्केबाजों के लिए 10 जून से प्रशिक्षण शिविर शुरू करने की योजना बनाई है।
उन्होंने कहा, "हमें अपना धैर्य वापस पाने पर भी काम करना होगा। अभी केवल व्यक्तिगत स्तर पर ट्रेनिंग हो रही है, जोकि रिंग की ट्रेनिंग से काफी अलग है।"
वर्ष 2012 में ‘अनजाने’ में हुए डोप अपराध के लिये लगातार अर्जुन पुरस्कार के लिये उनकी अनदेखी होती रही है। मंत्री को लिखे पत्र में पंघाल ने कहा कि खिलाड़ियों को खुद का नामांकन कर आवेदन नहीं करना चाहिए।
पंघाल ने कहा,‘‘हमारी फसलों पर भी असर पड़ा लेकिन हमारी स्थिति अच्छी है। किसान पुत्र होने के कारण उनके लिये आवाज उठाना मेरा दायित्व है।’’
विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघल और कांस्य पदक जीतने वाली लवलिना बोरगोहेन को अपने-अपने वर्ग के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
पंघल शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज में नजर आए और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पर आक्रमण करना जारी रखा और पहले राउंड में 3-2 की बढ़त बना ली।
भारतीय मुक्केबाज ने तीसरे और अंतिम राउंड में भी अपने हमले में कोई कमी नहीं आने दी लगातार पंच लगाते हुए टोक्यो ओलम्पिक का टिकट कटा लिया।
मंगोलिया के इंकमनादाख खारखु को हराकर एशियाई क्वालीफायर के क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी और अब वह ओलंपिक में जगह बनाने से एक जीत दूर हैं।
विश्व रजत पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) को मंगलवार को यहां शुरू होने वाले एशियाई ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर्स में पुरुष वर्ग में शीर्ष वरीयता दी गयी है।
विश्व रजत पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) को अगले महीने होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर से पहले आईओसी की बॉक्सिंग टास्क फोर्स ने नंबर एक स्थान दिया है।
पुरुषों के 52 किलोग्राम भारवर्ग के अगले मैच में गुजरात के कप्तान अमित पंघल को रिंग में थे और उनका सामना पंजाब के पीएल प्रसाद से था।
निखत ने टॉस जीतकर दिग्गज सरिता देवी (60 किग्रा) का मुकाबला ब्लॉक कर दिया। सरिता को युवा मुक्केबाज जॉनी के खिलाफ रिंग में उतरना था।
हाई परफोरमेंस निदेशक सांटियागो निएवा का मानना है कि भारतीय मुक्केबाज सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और वह चाहते हैं कि मुक्केबाज एशियाई क्वालीफायर से कम से कम पांच ओलंपिक कोटे हासिल करें।
वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले देश के पहले बॉक्सर बने।
अमित पंघाल और मनीष कौशिक को शिमला में चार से 10 अक्टूबर तक होने वाली सीनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लेने की छूट मिली है।
विश्व चैम्पियनशिप में यह किसी भी भारतीय पुरुष मुक्केबाजों का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। अमित से पहले कोई भी भारतीय पुरुष मुक्केबाज फाइनल तक भी नहीं पहुंच सका था।
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