ओडिशा के कालाहांडी के दाना मांझी को शायद अभी लोग भुला नहीं पाए होंगे, जिसे पत्नी का शव कंधे पर लेकर गांव तक जाना पड़ा था। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के कटनी जिले में सामने आया है
ये पहला मौका नहीं है जब ऐसा हुआ है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में कथित रूप से सरकारी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराये जाने की वजह से मृतक के परिजन शव को रिक्शे पर लादकर ले गये। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के सूत्रों ने बताया कि रामआसरे (44) नाम
इस कार्य के लिए पहल की जा चुकी है जिसमें दो दिन पहले इसका ट्रायल भी लिया गया था। आपातकालीन स्थिती में मरीज़ को अस्पताल पहुंचाने के लिए जब बवाना के एक व्यक्ति द्वारा कॉल किया गया तो मौके पर 80 से ज्यादा कैटस एंबुलेंस वहां पहुंच गई।
परिवार वालों के पास उसे घर ले जाने के लिए कोई साधन नहीं था, तो पूनम के पिता ने डॉक्टर व सीएमएस से मदद मांगी परन्तु उन्हें वहां से कोई मदद नहीं मिली। एंबुलेंस चालक ने उनसे आठ सौ रुपये मांगे और शव वाहन ने कह दिया कि उनके वाहन में तेल नहीं है।
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