Ambedkar Jayanti 2023: आज बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती है। डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है। बाबासाहब अंबेडकर विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। आज उनकी जयंती के अवसर पर आइए जानते हैं उनके कुछ महान विचारों के बारे में जो आज भी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के निजी इस्तेमाल की चीजों को केमिकल से ट्रीटमेंट कर संरक्षित किया गया है। इन वस्तुओं को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जा रहा है।
कार्यकर्ता कारगिल चौक से जुलूस खत्म कर घर लौट रहे थे। उस समय ट्रॉली पर 6 लोग खड़े थे, तभी गाड़ी पर लगी लोहे की रॉड पास में मौजूद बिजली के ट्रांसफर टकरा गई।
देश गुलामी की जंजीर से अलग होकर आजाद 1947 में आजाद हुआ। तब चुनौती थी तो संविधान लिखने की। हमारा संविधान कैसा हो। इस चुनौती के बीच संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बाबा साहब को चुना गया।
आज भीमराव रामजी अंबेडकर उर्फ बीआर अंबेडकर की जयंती है। भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। अंबेडकर साहाब ने देश को आजादी दिलाने की लड़ाई लड़ी।
भीमराव रामजी अंबेडकर उर्फ बीआर अंबेडकर को भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार के रूप में जाना जाता है, लेकिन वह इससे बहुत अधिक थे। उन्होंने समृद्ध परंपराओं, विभिन्न विश्वासों से देश को आजादी दिलाने की लड़ाई लड़ी।
महाराष्ट्र में डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की 129वीं जयंती पर अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने दलितों के इस महान नेता को श्रद्दांजलि दी और लोगों से घरों में रहकर दीये जलाने का आह्वान किया।
जहां एक ओर आज देश के संविधान निर्माता डा. भीम अंबेडकर का जन्म हुआ। वहीं 14 अप्रैल की एक और घटना का जिक्र करें तो अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन को इसी दिन गोली मार दी गई थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इस बार डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को यादगार तरीके से मनाने की तैयारी की है। यह पहला मौका है जब अंबेडकर की जयंती पर दिल्ली में घर-घर दीये जलाने की तैयारी हो रही है।
नीतीश कुमार ने यह घोषणा बी आर आंबेडकर की जयंती के मौके पर आयोजित दलित सेना के राष्ट्रीय सम्मेलन में की...
डॉ बी आर आंबेडकर की 127 वीं जयंती पर आज देशभर में उन्हें याद किया गया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अनेक नेताओं ने संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि दी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां शनिवार को कहा कि किसी में इतनी ताकत नहीं कि...
बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती पर अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान विधायक जिग्नेश मेवाणी के समर्थक भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भिड़ गए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आम्बेडकर महासभा से दलित मित्र सम्मान
आज आंबेडकर जयंती है और इस मौके पर कई राज्यों की सरकार चिंता में हैं। सरकार की चिंता की वजह है वो अराजक तत्व जो शहर-शहर आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचा रहे हैं और शहर का माहौल बिगाड़ने की साज़िश रच रहे हैं।
आज डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की 128वीं जयंती हैं लेकिन अलग-अलग हिस्सों में माहौल टेंशन का है। हालात ऐसे हैं कि गृह मंत्रालय को राज्य सरकारों को एडवाइज़री तक भेजनी पड़ी है कि सड़कों पर इतनी सुरक्षा बढ़ा दो कि कहीं गलती की गुंजाइश ना रहे।
डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन् 1891 में मध्यप्रदेश के महू में हुआ था। बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता की ऐसी अद्भुत मिसाल है। जिसे हर किसी को धारण करना चाहिए। बाबा साहेब ने कई ऐसे अनमोल विचार पेश किए है। जिन्हें धारण कर आप बी कई ऊंचाईयों को छू सकते है। जानिए इन अनमोल विचारों को।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल अंबेडकर जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर से ‘‘ग्राम स्वराज अभियान’’ और आदिवासियों के सामाजिक आर्थिक विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं की शुरूआत करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अंबेडकर जयंती के अवसर पर नागपुर में डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए एक खास पेमेंट सिस्टम आधार पे लॉन्च कर दिया है।
अपनी सारी जिंदगी भारतीय समाज में बनाई गई जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में बिताने वाले अंबेडकर को भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया है।
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