बता दें कि कश्मीर में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों के लिए घाटी छोड़ने के ताजा परामर्श से निवासियों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया।
शुक्रवार को सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की की साझा प्रेस वार्ता में कई ऐसे खुलासे किए गए हैं जिनसे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले कर सकते हैं।
खबर आ रही है कि दिल्ली से श्रीनगर जा रही फ्लाइट से विदेशी नागरिक उतर गये है। ये सभी यात्री न्यूज़ीलैंड के थे और श्रीनगर जा रहे थे।
जम्मू-कश्मीर गृह विभाग की तरफ से जारी की गई एडवाजयरी के मुताबिक कश्मीर घाटी में आतंकी हमले का अलर्ट है और खासतौर पर अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाया जा सकता है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बुधवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के अनुमान के कारण अमरनाथ यात्रा चार अगस्त तक निलंबित रहेगी।
जम्मू कश्मीर में खराब मौसम और भूस्खलन के चलते प्रशासन सतर्क हो गया है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर शुक्रवार को खराब मौसम होने के कारण अमरनाथ यात्रा आज के लिए स्थगित कर दी गई।
भारी बारिश के बीच 2,416 श्रद्धालुओं का जत्था बृहस्पतिवार को जम्मू से अमरनाथ गुफा के लिये रवाना हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमरनाथ यात्रा के दौरान पिछले 24 घंटों में चार तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान मरने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 26 तक पहुंच गई है।
भोलेनाथ की भक्ती इस कदर श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रही है कि इस साल 22 दिनों के भीतर ही 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा के दर्शन कर लिए। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम तक 2.85 लाख लोग बर्फानी बाबा के दर्शन कर चुके थे। 46 दिवसीय यह वार्षिक यात्रा एक जून को शुरू हुई थी।
अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार को जम्मू से 4,094 श्रद्धालुओं का एक और जत्था रवाना हुआ। इस साल एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 19 दिनों में 2.38 लाख से अधिक श्रद्धालु समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित बाबा बफार्नी के दर्शन कर चुके हैं।
अमरनाथ तीर्थयात्रियों का 15वां जत्था मंगलवार को यहां भगवती नगर आधार शिविर से दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र गुफा के लिये रवाना हो गया। 15वें जत्थे में 3,967 लोग शामिल हैं।
वर्ष 1931 में डोगरा महाराजा की सेना द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में जम्मू एवं कश्मीर में 13 जुलाई को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं, राज्य सरकार इस दिन को 1947 में आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के तौर पर मनाती है।
जम्मू और कश्मीर: अलगाववादियों ने बंद का किया आह्वान, अमरनाथ यात्रा स्थगित
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को सीआरपीएफ को आंतरिक सुरक्षा और राज्य में चल रही अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन सहित सभी मोर्चों पर कड़ी निगरानी करने के लिए कहा।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था कश्मीर के लोगों के विरुद्ध है।
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के तीन साल पूरे होने पर घाटी में रविवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
नेशनल कॉन्फेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘अक्षमता और आलस्य’ की पराकाष्ठा है
अमरनाथ यात्रा के बीच महबूबा मुफ्ती ने स्थानीय लोगों के लिए जताई चिंता
एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से कम से कम 81,630 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, जबकि रविवार को 4,773 यात्रियों का एक और जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार को अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर के रास्ते में दो बसों की टक्कर में 12 श्रद्धालु घायल हो गए।
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