अमरनाथ यात्रा के लिए ड्रोन से खतरा सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती है, इसलिए वे ड्रोन का मुकाबला करने और आतंकवादी मंसूबों को विफल करने के लिए हार्डवेयर खरीद रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में बीएसएफ को एक सुरंग मिली। यह इलाका पड़ोसी देश पाकिस्तान की सीमा से करीब है। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के नापाक आतंकी मंसूबों का इतिहास काफी पुराना है। अमरनाथ यात्रा 1990 के बाद से लगातार आतंकियों के निशाने पर रही है।
यात्रा के लिए तैयारियां अप्रैल के महीने से ही शुरू की गयी हैं और रास्ते पर बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (Shri Amarnathji Shrine Board) के सीईओ नीतीश्वर कुमार ने बताया है कि इस साल की अमरनाथ यात्रा कुल 43 दिनों तक चलेगी। इस यात्रा में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए श्रद्धालु ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस पवित्र यात्रा को लेकर जम्मू कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस साल की अमरनाथ यात्रा की तैयारियां चल रहीं हैं। इस यात्रा में कितने लोग आएंगे और उनकी सुरक्षा का इंतजाम कैसे होगा, उसकी तैयारी की जा चुकी है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को अगस्त 2019 में समाप्त किए जाने के कारण उस वर्ष अमरनाथ यात्रा बीच में ही कैंसिल कर दी गई थी, जबकि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों- यानी 2020 और 2021 में सांकेतिक यात्रा की ही अनुमति दी गई थी।
अमरनाथ यात्रा 43 दिनों के बाद रक्षा बंधन पर समाप्त होगी। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस बार की यात्रा सभी कोविड प्रोटोकॉल से तहत शुरू होगी।
बाबा अमरनाथ की गुफा, जोजिला दर्रा और साधना टॉप पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से यहां का मौसम सुहावना हो गया है। इसके साथ ही अब उत्तर भारत समेत देश के अन्य राज्यों में ठंड बढ़ने की उम्मीद है।
बुधवार दोपहर अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा। अब तक किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। गुफा में कोई तीर्थयात्री मौजूद नहीं था।
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा है। खबरों के मुताबिक बादल फटने से बीएसएफ, सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंपों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी तक किसी की जान का नुकसान नहीं है। एसडीआरएफ की दो टीम पहले से वहां हैं।
श्रद्धालु अपने नाम से वर्चुअल पूजा, वर्चुअल हवन और प्रसाद बुकिंग श्राइन बोर्ड के लिंक पर जाकर करवा सकते हैं- https://jksasb.nic.in/online_service.aspx या फिर Shri Amarnathji Yatra मोबाइल एप से कर सकते हैं। ये एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
इस साल बाबा बर्फानी की श्री अमरनाथ गुफा यात्रा को रद्द कर दिया गया है। हालांकि श्रद्धालुओं के लिए रोजाना सुबह और शाम बाबा बर्फानी की आरती का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए यात्रा तो रद्द कर दी गई है लेकिन अमरनाथ में बर्फ के शिवलिंग की पूजा और आरती होती रहेगी और श्रद्धालू पवित्र गुफा तथा शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे।
कोरोना वायरस के चलते एक बार फिर से वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा को रद्द कर दिया गया है लेकिन भक्त बाबा अमरनाथ बर्फानी के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।
कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस साल अमरनाथ यात्रा को टालने का फैसला किया है।
बालटाल और चंदनवाड़ी के रास्ते से होकर जाने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू होगा।
वार्षिक अमरनाथ यात्रा 2021 की तारीखें घोषित कर दी गई हैं। इस साल 28 जून से 22 अगस्त तक अमरनाथ यात्रा चलेगी।
जम्मू-कश्मीर से अमरनाथ यात्रा को लेकर बड़ी खबर है। इस साल कोरोना वायरस की वजह से अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है।
Amarnath yatra cancelled: इस साल कोरोना वायरस की वजह से अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन किए और वहां पूजा अर्चना की। सिंह ने मंदिर परिसर में करीब एक घंटा बिताया।
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