अमरनाथ यात्रा 2023 के लिए 13-70 साल के आयु के वयक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और सभी तीर्थयात्रियों के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट अनिवार्य है।
राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 44वीं बैठक में तीर्थयात्रा का कार्यक्रम तय किया गया।
अमरनाथ यात्रा के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे शिव भक्तों के लिए एक अच्छी खबर है। 30 जून से शुरू होने वाली इस वर्ष की अमरनाथ की यात्रा की तैयारियां तेजी से जारी हैं।
Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रविवार को लिड्डर नदी के तट पर 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया।
Amarnath Yatra: इस वर्ष अमरनाथ यात्रा बिना किसी आतंकवाद संबंधी घटनाओं के संपन्न हुई, क्योंकि यात्रा मार्ग, पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और गुफा मंदिर को किसी भी हमले से सुरक्षित रखते हुए, 43 दिनों तक कई सुरक्षा बलों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की।
Amarnath Yatra: अधिकारियों के अनुसार, खराब मौसम और यात्रा समाप्त होने की तारीख पास आने के कारण यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर खत्म होगी।
Amarnath Yatra 2022: कड़ी सुरक्षा के बीच 1,602 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बृहस्पतिवार सुबह रवाना हुआ।
Amarnath Yatra 2022: लगातार भारी बारिश के बाद एहतियात के तौर पर पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से अमरनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
Amarnath Yatra 2022: अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 47 वाहनों में तीर्थयात्रियों का 26वां जत्था भगवती नगर यात्री निवास से बुधवार को सुबह रवाना हुआ।
Amarnath Yatra 2022: गुफा के आस-पास पहाड़ों में बारिश के चलते आज दोपहर करीब 3 बजे जलाशयों और आस-पास के झरनों में बाढ़ आ गई।
Amarnath Yatra 2022: 43 दिन की अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू हुई थी और 11 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर खत्म होगी।
Amarnath yatra 2022: रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण बंद राष्ट्रीय राजमार्ग को बृहस्पतिवार रात एक तरफ से यातायात के लिए खोल दिया गया था।
Amarnath Yatra: तीर्थयात्रियों का 16वां जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह रवाना हुआ।
Amarnath Flood: प्रशासन सभी राज्यों की सरकारों के संपर्क में है और अब तक किसी भी व्यक्ति के लापता होने की जानकारी नहीं मिली है। उपराज्यपाल ने आगे कहा कि 8 जुलाई को शुरू बचाव अभियान अब लगभग खत्म हो चुका है।
18 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल दो यात्रियों को अनंतनाग जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गो पर बारिश के कारण अधिकारियों ने यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है।
Amarnath Yatra: प्रथा के अनुसार,अमरनाथ यात्रा के बीच आषाढ़-पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहलगाम में भूमि-पूजन, नवग्रह पूजन और ध्वजारोहण जैसे अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।
Amarnath Yatra 2022: हमें आज तक बताया गया था कि अमरनाथ गुफा की खोज 1850 में हुई थी, जबकि इस पवित्र गुफा और महादेव के हिमलिंग स्वरूप का जिक्र 5वीं शताब्दी में लिखे गए पुराणों से लेकर, 1148 में लिखी गई राजतरंगणि में भी मिलता है।
Amarnath flood: हर जुलाई, हिमालय और पश्चिमी घाट में बादल फटना और अचानक बाढ़ आना सुर्खियां बटोरता है, लेकिन इस तरह के मौसम की घटनाओं की भविष्यवाणी करना चुनौतियों से भरा होता है।
Amarnath Cloudburst: सीएम केजरीवाल ने बालटाल में हुई त्रासदी में जान गंवाने वाली दिल्ली की दो महिला तीर्थयात्रियों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
Amarnath Yatra: यात्रा के शुरू होने के बावजूद हादसे में लापता हुए 40 भक्तों की तलाश जारी है और रेस्क्यू ऑपरेशन भी लगातार चलाया जा रहा है।
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