अमरनाथ यात्रा स्थगित करने की सूचना को लेकर जारी प्रेस नोट सरकार ने वापस ले ली है। यह प्रेस विज्ञप्ति PR/DI/19/7062/ अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में यात्रा स्थगन की सूचना को लेकर जारी की गई थी।
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप की वजह से इस साल अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) रद्द करने के फैसले को अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने वापस ले लिया है।
एयर इंडिया ने यात्रियों को राहत देते हुए अपना किराया तय कर दिया है। प्रवक्ता धनंजय कुमार ने कहा कि श्रीनगर से कहीं भी यात्रा करने पर 9500 रुपये किराया तय किया गया है।
जम्मू-कश्मीर में बने हालात के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है। अब वहां फसे श्रद्धलुओं को भारतीय वायु सेना के विमानों C-17 और IL 76 के जरिए एयरलिफ्ट किया जाएगा।
बता दें कि कश्मीर में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों के लिए घाटी छोड़ने के ताजा परामर्श से निवासियों के बीच भय पैदा हो गया है और उन्होंने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते राशन और आवश्यक सामान जमा करना शुरू कर दिया।
शुक्रवार को सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की की साझा प्रेस वार्ता में कई ऐसे खुलासे किए गए हैं जिनसे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले कर सकते हैं।
खबर आ रही है कि दिल्ली से श्रीनगर जा रही फ्लाइट से विदेशी नागरिक उतर गये है। ये सभी यात्री न्यूज़ीलैंड के थे और श्रीनगर जा रहे थे।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बुधवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के अनुमान के कारण अमरनाथ यात्रा चार अगस्त तक निलंबित रहेगी।
भोलेनाथ की भक्ती इस कदर श्रद्धालुओं के सिर चढ़कर बोल रही है कि इस साल 22 दिनों के भीतर ही 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा के दर्शन कर लिए। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम तक 2.85 लाख लोग बर्फानी बाबा के दर्शन कर चुके थे। 46 दिवसीय यह वार्षिक यात्रा एक जून को शुरू हुई थी।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को सीआरपीएफ को आंतरिक सुरक्षा और राज्य में चल रही अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन सहित सभी मोर्चों पर कड़ी निगरानी करने के लिए कहा।
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के तीन साल पूरे होने पर घाटी में रविवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
नेशनल कॉन्फेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘अक्षमता और आलस्य’ की पराकाष्ठा है
एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से कम से कम 81,630 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, जबकि रविवार को 4,773 यात्रियों का एक और जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
जम्मू कश्मीर में स्थित बाबा अमरनाथ की गुफा के दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। दक्षिण कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा में शुक्रवार को करीब 17,000 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन किए।
अमरनाथ यात्रा का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद हर व्यक्ति आईटीबीपी के जवानों को सलाम करेगा।
अमरनाथ यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। सरकार ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पंथाचौक, एचएमटी, जकूरा में अतिरिक्त ट्रांजिट कैंप स्थापित किए हैं।
हिंदू धर्म की सबसे पवित्र धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा की आज से शुरुआत हो गई है। रविवार को जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था कल शाम पहलगाम और बालटाल बेसकैंप पहुंच गया था।
अधिकारियों ने सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों का एक विशेष मोटरसाइकिल दस्ता होगा जो काफिलों के साथ चलेगा और उनकी हेलमेट पर कैमरे लगे होंगे। इसे पिछले वर्ष शुरू किया गया था। इसके साथ ही राजमार्ग सहित दोनों मार्गों पर आधार शिविरों और संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गत वर्षों के दौरान अमरनाथ यात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में स्थानीय मुस्लिमों की भूमिका की रविवार को प्रशंसा की और उम्मीद जतायी कि तीर्थयात्रा इस वर्ष भी सफल रहेगी।
अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को रवाना होगा और इस संबंध में आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है।
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