लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने कहा कि कश्मीर में जो आतंकी हैं, उनको भी बार-बार पूरी तरह से घेरे में लेने की हमारी तैयारी है और बेकसूर लड़कों को गुमराह होने से हम बचा रहे हैं, जिनको आतंकी अपने जाल में ब्लैकमेल करके फंसा रहे हैं।
बाबा बर्फानी की पहली तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीरों में अमरनाथ गुफा और बालटाल का इलाका नजर आ रहा है। चारों ओर बर्फ है और गुफा के भीतर बर्फ का शिवलिंग पूरा बन चुका है। हालांकि ये तस्वीर किसने ली हैं ये पता नहीं चल पाया है।
Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में रविवार को लिड्डर नदी के तट पर 'छड़ी-मुबारक', 'पूजन' और 'विसर्जन' के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया।
Amarnath Yatra: इस वर्ष अमरनाथ यात्रा बिना किसी आतंकवाद संबंधी घटनाओं के संपन्न हुई, क्योंकि यात्रा मार्ग, पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और गुफा मंदिर को किसी भी हमले से सुरक्षित रखते हुए, 43 दिनों तक कई सुरक्षा बलों ने दिन-रात कड़ी मेहनत की।
Amarnath Yatra: अधिकारियों के अनुसार, खराब मौसम और यात्रा समाप्त होने की तारीख पास आने के कारण यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर खत्म होगी।
Amarnath Yatra 2022: लगातार भारी बारिश के बाद एहतियात के तौर पर पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से अमरनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
Amarnath Yatra 2022: अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 47 वाहनों में तीर्थयात्रियों का 26वां जत्था भगवती नगर यात्री निवास से बुधवार को सुबह रवाना हुआ।
Amarnath Yatra 2022: 43 दिन की अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू हुई थी और 11 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर खत्म होगी।
Amarnath yatra 2022: रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण बंद राष्ट्रीय राजमार्ग को बृहस्पतिवार रात एक तरफ से यातायात के लिए खोल दिया गया था।
Amarnath Yatra: तीर्थयात्रियों का 16वां जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह रवाना हुआ।
18 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल दो यात्रियों को अनंतनाग जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गो पर बारिश के कारण अधिकारियों ने यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है।
Amarnath Yatra: प्रथा के अनुसार,अमरनाथ यात्रा के बीच आषाढ़-पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहलगाम में भूमि-पूजन, नवग्रह पूजन और ध्वजारोहण जैसे अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।
Amarnath Yatra 2022: हमें आज तक बताया गया था कि अमरनाथ गुफा की खोज 1850 में हुई थी, जबकि इस पवित्र गुफा और महादेव के हिमलिंग स्वरूप का जिक्र 5वीं शताब्दी में लिखे गए पुराणों से लेकर, 1148 में लिखी गई राजतरंगणि में भी मिलता है।
Amarnath Yatra: यात्रा के शुरू होने के बावजूद हादसे में लापता हुए 40 भक्तों की तलाश जारी है और रेस्क्यू ऑपरेशन भी लगातार चलाया जा रहा है।
Amarnath yatra: जम्मू में रुकने के बाद अमरनाथ तीर्थयात्रियों का नया जत्था जम्मू बेस कैंप से निकल गया है। पहलगाम रूट पर नुनवान आधार शिविर से अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को पवित्र गुफा के लिए रवाना किया गया है।
Amarnath Yatra 2022 Cloudburst:अमरनाथ हादसे में इस घटना में तेलंगाना के भाजपा विधायक टी. राजा सिंह और उनका परिवार बाल-बाल बच गया है। सिंह और उनके परिवार के सदस्य शुक्रवार को इलाके में अचानक आई बाढ़ से कुछ मिनट पहले दर्शन के बाद मंदिर से निकल गए थे।
Amarnath Yatra Cloudburst: अमरनाथ यात्रा को अगले आदेश तक दोनों मार्गों (बालटाल और पहलगाम) से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है।
Amarnath Yatra : मौसम साफ होने के बाद एकबार फिर से यह यात्रा शुरू हो गई है। यात्रा स्थगित होने से मायूस श्रद्धालुओं में अब नया उत्साह नजर आ रहा है।
Amarnath Yatra : जैसे ही मौसम में सुधार होगा यात्रा फिर से शुरू हो जाएगी। वहीं अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 65 हजार श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
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