अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार को जम्मू से 4,094 श्रद्धालुओं का एक और जत्था रवाना हुआ। इस साल एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 19 दिनों में 2.38 लाख से अधिक श्रद्धालु समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित बाबा बफार्नी के दर्शन कर चुके हैं।
वर्ष 1931 में डोगरा महाराजा की सेना द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में जम्मू एवं कश्मीर में 13 जुलाई को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं, राज्य सरकार इस दिन को 1947 में आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के तौर पर मनाती है।
जम्मू और कश्मीर: अलगाववादियों ने बंद का किया आह्वान, अमरनाथ यात्रा स्थगित
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को सीआरपीएफ को आंतरिक सुरक्षा और राज्य में चल रही अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन सहित सभी मोर्चों पर कड़ी निगरानी करने के लिए कहा।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था कश्मीर के लोगों के विरुद्ध है।
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के तीन साल पूरे होने पर घाटी में रविवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
नेशनल कॉन्फेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘अक्षमता और आलस्य’ की पराकाष्ठा है
अमरनाथ यात्रा के बीच महबूबा मुफ्ती ने स्थानीय लोगों के लिए जताई चिंता
एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से कम से कम 81,630 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, जबकि रविवार को 4,773 यात्रियों का एक और जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
जम्मू कश्मीर में स्थित बाबा अमरनाथ की गुफा के दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। दक्षिण कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा में शुक्रवार को करीब 17,000 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन किए।
दक्षिण कश्मीर में शुक्रवार को करीब 17,000 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन किए।
अमरनाथ यात्रा का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद हर व्यक्ति आईटीबीपी के जवानों को सलाम करेगा।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में मंगलवार को 11,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा के दर्शन किए। पहलगाम और बालटाल शिविरों के लिए जम्मू बेस कैंप से 4,800 यात्रियों का नया जत्था रवाना हुआ।
अमरनाथ यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। सरकार ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पंथाचौक, एचएमटी, जकूरा में अतिरिक्त ट्रांजिट कैंप स्थापित किए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों से यात्रा को रवाना किया। उन्होंने बताया कि यात्रा के पहले दिन 8,403 श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में पूजा अर्चना की। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘यह यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनो मार्गों से सोमवार को शुरू हुई।
कड़ी सुरक्षा के बीच शुरु हुई अमरनाथ यात्रा | श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फ़ानी के दर्शन के लिए निकला |
जम्मू-कश्मीर की वादियां बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रही हैं। बालटाल से आए भक्तों के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं।
हिंदू धर्म की सबसे पवित्र धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा की आज से शुरुआत हो गई है। रविवार को जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था कल शाम पहलगाम और बालटाल बेसकैंप पहुंच गया था।
अधिकारियों ने सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों का एक विशेष मोटरसाइकिल दस्ता होगा जो काफिलों के साथ चलेगा और उनकी हेलमेट पर कैमरे लगे होंगे। इसे पिछले वर्ष शुरू किया गया था। इसके साथ ही राजमार्ग सहित दोनों मार्गों पर आधार शिविरों और संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गत वर्षों के दौरान अमरनाथ यात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में स्थानीय मुस्लिमों की भूमिका की रविवार को प्रशंसा की और उम्मीद जतायी कि तीर्थयात्रा इस वर्ष भी सफल रहेगी।
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