जम्मू-कश्मीर में हालात बिगड़ने की आशंका के बीच सरकार हाई अलर्ट पर है। सरकार ने शुक्रवार को ही अमरनाथ यात्रा को निरस्त किया है।
जम्मू-कश्मीर गृह विभाग की तरफ से जारी की गई एडवाजयरी के मुताबिक कश्मीर घाटी में आतंकी हमले का अलर्ट है और खासतौर पर अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाया जा सकता है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बुधवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के अनुमान के कारण अमरनाथ यात्रा चार अगस्त तक निलंबित रहेगी।
जम्मू कश्मीर में खराब मौसम और भूस्खलन के चलते प्रशासन सतर्क हो गया है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर शुक्रवार को खराब मौसम होने के कारण अमरनाथ यात्रा आज के लिए स्थगित कर दी गई।
भारी बारिश के बीच 2,416 श्रद्धालुओं का जत्था बृहस्पतिवार को जम्मू से अमरनाथ गुफा के लिये रवाना हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार को जम्मू से 4,094 श्रद्धालुओं का एक और जत्था रवाना हुआ। इस साल एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 19 दिनों में 2.38 लाख से अधिक श्रद्धालु समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित बाबा बफार्नी के दर्शन कर चुके हैं।
वर्ष 1931 में डोगरा महाराजा की सेना द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में जम्मू एवं कश्मीर में 13 जुलाई को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं, राज्य सरकार इस दिन को 1947 में आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के तौर पर मनाती है।
नेशनल कॉन्फेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘अक्षमता और आलस्य’ की पराकाष्ठा है
एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से कम से कम 81,630 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, जबकि रविवार को 4,773 यात्रियों का एक और जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
दक्षिण कश्मीर में शुक्रवार को करीब 17,000 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन किए।
दक्षिण कश्मीर हिमालय में मंगलवार को 11,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा के दर्शन किए। पहलगाम और बालटाल शिविरों के लिए जम्मू बेस कैंप से 4,800 यात्रियों का नया जत्था रवाना हुआ।
प्रवक्ता ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों से यात्रा को रवाना किया। उन्होंने बताया कि यात्रा के पहले दिन 8,403 श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में पूजा अर्चना की। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘यह यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनो मार्गों से सोमवार को शुरू हुई।
कड़ी सुरक्षा के बीच शुरु हुई अमरनाथ यात्रा | श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फ़ानी के दर्शन के लिए निकला |
जम्मू-कश्मीर की वादियां बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रही हैं। बालटाल से आए भक्तों के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं।
हिंदू धर्म की सबसे पवित्र धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा की आज से शुरुआत हो गई है। रविवार को जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था कल शाम पहलगाम और बालटाल बेसकैंप पहुंच गया था।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत की। यह यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी।
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के शुरु होने में अभी 2 महीने का वक्त बाकी है। लेकिन इससे पहले ही बाबा बर्फानी की गुफा की तस्वीरें आ गई हैं।
श्राइन बोर्ड ने फैसला किया है कि रोजाना 7500 यात्रियों को दर्शन की व्यवस्था की जाएगी, इनमें हेलिकॉप्टर से आने वाले यात्री शामिल नहीं होंगे। यात्रा के लिए पहले से पंजीकरण कराना होता है और इसके लिए देशभर में पंजाब नैशनल बैंक, यश बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक की 440 शाखाओं में व्यवस्था होगी।
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