Amarnath Yatra 2022: हमें आज तक बताया गया था कि अमरनाथ गुफा की खोज 1850 में हुई थी, जबकि इस पवित्र गुफा और महादेव के हिमलिंग स्वरूप का जिक्र 5वीं शताब्दी में लिखे गए पुराणों से लेकर, 1148 में लिखी गई राजतरंगणि में भी मिलता है।
Amarnath flood: हर जुलाई, हिमालय और पश्चिमी घाट में बादल फटना और अचानक बाढ़ आना सुर्खियां बटोरता है, लेकिन इस तरह के मौसम की घटनाओं की भविष्यवाणी करना चुनौतियों से भरा होता है।
Top 10 News: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने, जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या और श्रीलंका के राजनीतिक संकट समेत दुनियाभर की इस हफ्ते की 10 बड़ी खबरों को पढ़िए यहां
Amarnath Cave Cloudburst: अकश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़ की घटना में आंध्र पदेश के पांच श्रद्धालु लापता हो गए हैं, इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं।''
Amarnath Yatra: बालटाल में हुई त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्हें कोई डर नहीं है क्योंकि उन्हें भगवान शिव में पूरा विश्वास है। बेखौफ श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पूरे उत्साह और भक्ति के साथ जम्मू पहुंच रहे हैं।
Amarnath Cave Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर सामने आई है। यह हादसा साढ़े 5 बजे हुआ। अब तक 15 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
Video Of Amarnath Cave Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर सामने आई है। यह हादसा साढ़े 5 बजे हुआ। हादसे के वक्त घटनास्थल पर 14-15 श्रद्धालु मौजूद थे। अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
हर रोज करीब 15 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पवित्र गुफा पहुंच रहे हैं। एक हफ्ते पहले ही 30 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है और एक हफ्ते में ही कई बार खराब मौसम की वजह से यात्रा को रोकना पड़ा है।
Amarnath Yatra 2022: सोनमर्ग में अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिए टेंट लगाने का काम अंतिम चरण में है। दो साल बाद 30 जून 2022 से यात्रा शुरू हो रही है।
Amarnath cave: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर अमरनाथ की पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चारण और हर-हर महादेव के जयघोष के साथ प्रथम पूजा की गई।
Amarnath Yatra: प्राकृतिक रूप से बने शिवलिंग का दर्शन करने के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ पहुंचते हैं। इस बार भी यात्रा में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। इसलिए पिछले हफ्ते एक बैठक हुई थी, जिसमें तय किया गया कि श्रीनगर से भी यात्रियों को हेलिकॉप्टर सेवाएं दी जा सकती हैं।
Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू हो रही है। लेकिन इससे पहले यात्रा को लेकर को लेकर आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी किया है। पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा गया है। संगठन का कहना है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की मंगलवार को समीक्षा की। केंद्र शासित प्रदेश में हाल में कुछ कश्मीरी पंडितों समेत अन्य की हत्या की गई है। उच्च स्तरीय बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ-साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने भी शिरकत की।
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार को सुरक्षा संबंधी तैयारियों की समीक्षा की।
यात्रा के लिए तैयारियां अप्रैल के महीने से ही शुरू की गयी हैं और रास्ते पर बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है।
बाबा अमरनाथ की गुफा, जोजिला दर्रा और साधना टॉप पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से यहां का मौसम सुहावना हो गया है। इसके साथ ही अब उत्तर भारत समेत देश के अन्य राज्यों में ठंड बढ़ने की उम्मीद है।
बुधवार दोपहर अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा। अब तक किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। गुफा में कोई तीर्थयात्री मौजूद नहीं था।
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा है। खबरों के मुताबिक बादल फटने से बीएसएफ, सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंपों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी तक किसी की जान का नुकसान नहीं है। एसडीआरएफ की दो टीम पहले से वहां हैं।
अमरनाथ की बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा खुल गई है। आज से रोजाना आप घर बैठे भोलेनाथ की लाइव आरती देख सकते हैं।
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