पंजाब चुनाव के लिए BJP ने कमर कस ली है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ BJP की डील फाइनल हो गई है तो वहीं सुखदेव सिंह ढींडसा इस गठबंधन में तीसरे पार्टनर बन गए हैं।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी और शाह के बीच सीटों के बंटवारे पर बात पक्की हो सकती है।
साल 2021 कई बड़ी राजनीतिक घटनाओं और असाधारण हलचलों का साक्षी रहा है। इस साल में किसानों का आंदोलन और उनकी जीत, दक्षिणी राज्यों में बीजेपी का सफाया और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की ऐतिहासिक जीत जैसे कुछ दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम हुए।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रचार प्रमुख हरीश रावत पर निशाना साधा था।
कैप्टन अमरिंदर सियासत के पुराने खिलाड़ी होने के साथ ही भूतपूर्व सैनिक भी रह चुके हैं। इसलिए कैप्टन ने कांग्रेस से अपने अपमान का बदला लेन के लिए बिना समय गवाए पहले तो अपनी अलग राजनीतिक पार्टी और फिर चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन का ऐलान किया। उन्हें पता है कि चुनाव में किस समय कौन सा कदम उठाने से उनकी पार्टी को फायदा होगा।
पंजाब में चुनाव से पहले अमरिंदर सिंह की पार्टी ने BJP से गठबंधन कर लिया है और ऐसा कहा जा रहा है कि BJP 70 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। साथ ही जनवरी के पहले हफ्ते में PM मोदी पंजाब में एक बड़ी रैली करने वाले हैं। क्या अमरिंदर सिंह के साथ गठबंधन के बाद पंजाब में बीजेपी को 'बड़े भाई' का दर्जा मिल गया है?
बीजेपी ने पंजाब चुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है। जहां हाल ही में पार्टी ने अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है वहीं अब पीएम मोदी जनवरी के पहले हफ्ते में पंजाब में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बाद सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
पंजाब चुनाव से पहले अमरिंदर सिंह की पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया है। इसे लेकर कैप्टन ने कहा है कि गठबंधन की मदद से चुनाव 101 फ़ीसदी जीता जाएगा, वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि किस सीट पर कौन लड़ेगा वह समय पर बताएंगे।
पंजाब में जल्द चुनाव होने जा रहे हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसी पूरी संभावना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं।
सिंह ने हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि शाह के साथ किसान आंदोलन पर चर्चा हुई और उनसे तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर तत्काल संकट का समाधान करने का अनुरोध किया है।
सभी राजनीतिक दल पंजाब चुनाव लड़ने के मूड में है बस कांग्रेस आपस में लड़ने के मूड में है , सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की आपसी रस्साकसी खत्म होने के बाद भी पंजाब कांग्रेस में सब कुछ ठीक नही है
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज आखिरकार अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। उनकी नई पार्टी का नाम है पंजाब लोक कांग्रेस। क्या ये पार्टी चुनाव में कांग्रेस को टक्कर दे पाएगी?
राहुल गांधी ने 26 अक्टूबर को अमरिंदर के करीबियों से मुलाकात की थी जिनमें साधु सिंह धर्मसोत, बलबीर सिंह सिधु, सुंदर श्याम अरोड़ा और राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी शामिल हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह एक राजनीतिक दल शुरू करने की दहलीज पर हैं तथा जैसे ही चुनाव आयोग से नाम एवं निशान की मंजूरी मिल जाती है, वह दल की घोषणा कर देंगे।
सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री को ‘जयचंद’ करार देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी तथा अकाली दल के साथ मिले हुए थे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा, मैं समझता हूं कि मैं समाधान तलाशने में मदद कर सकता हूं क्योंकि मैं पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हूं एवं कृषक भी हूं।
पाकिस्तान की डिफेंस जर्नलिस्ट अरुसा आलम को लेकर पंजाब की सियासत गरमा गई है। अब पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग से मिले पैसों से अमरिंदर अरुसा को गिफ्ट देते थे। नवजोत ने आरोप लगाया कि अरूसा आलम का बेटा पंजाब से पैसे लेकर पाकिस्तान जाता था।
पंजाब कांग्रेस की जंग में पाकिस्तानी जर्नलिस्ट 'अरूसा आलम' की एंट्री, डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दिया जांच का आदेश, कैप्टन अमरिंदर का पलटवार, अरुसा आलम पर है ISI से संपर्क का आरोप, ट्विटर पर छिड़ी जंग
पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे कि टूटे अकाली समूहों के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे है।
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