अल्जाइमर भूलने की बीमारी है। बीमारी जब अडवांस्ड स्थिति में पहुंच जाती है, तो मरीज अपने परिजनों और रिश्तेदारों को पहचनाना तक बंद कर देता है। देश में लगभग 16 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।
इस शोध में जब गंभीर रूप से हर्पीस से संक्रमित लोगों का एंटीवायरल दवाओं के साथ इलाज किया गया तो डिमेंशिया (मनोभ्रम) का सापेक्ष खतरा 10 गुना कम हो गया।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अल्जाइमर्स के मरीजों का इलाज संगीत के साथ किया जाना चाहिए ताकि उनकी चिंता को कम किया जा सके। संगीत मस्तिष्क के उस लचीले नेटवर्क को प्रभावित कर सकता है, जो अभी भी अपेक्षाकृत काम कर रहा होता है। अल्जाइमर्स रोग के वैकल्पिक उपचारों के बारे में जागरूकता पैदा करने का समय आ गया है।
अल्जाइमर रोग की पहचान करने के लिए मेमोरी लॉस के लक्षणों की बजाए जैविक तरीकों पर गौर करना चाहिए। दुनिया भर में 4.4 करोड़ लोग इससे प्रभावित हैं। अल्जाइमर रोग की पहचान करने के लिए अनुसंधान पर अरबों डॉलर खर्च किए जा रहे हैं, उसके बावजूद इसका कोई प्रभावी उपचार उपलब्ध नहीं हो सका है। जानइए इसके बारें में सबकुछ...
लंबे समय तक कॉफी पीने से अल्जाइमर से पीड़ित लोगों की समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं। अल्जाइमर रोग में स्मृति से जुड़ी दिक्कतें पेश आती हैं। हालांकि भूलने की इस बीमारी को तंत्रिका- मनोविकार की श्रेणी में भी रखा जाता है। इस बीमारी में लोगों में बेचैनी, अवसाद, मतिभ्रम जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि चुकंदर के रस में बीटानिन तत्व पाया जाता है, जो दिमाग में मिसफोल्डेड प्रोटीन के संचय को धीमा कर सकता है। मिसफोल्डेड प्रोटीन का संचय अल्जाइमर बीमारी में से जुड़ा होता है।
हल्दी का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। यह स्किन और शरीर की कई बीमारियों को ठीक कर देती है। हल्दी एंटीसेप्टिक होती है। इसकी सिर्फ गांठ ही नही पत्ते भी बहुत लाभकारी होते है। तो जानिए कई गुणों से भरपूर हल्दी के गुणों के बारें में।
अगर आपके घर में किसी बुजुर्ग को अत्यधिक बेचैनी और घबराहट महसूस हो रही है तो सावधान हो जाएं क्योंकि ये सभी अल्जाइमर रोग के शुरुआती संकेत हैं।
यह एक ऐसी बीमारी है जो कि पहले 60 साल की उम्र की बाद होती थी, लेकिन अब यह समस्या कम उम्र के लोगों या फिर अपने पूर्वजों से मिलती है। इस बीमारी का नाम है अल्जाइमर यानी की भूलने की बीमारी। ऐसे जानें है कि नहीं साथ ही ऐसे रखें ख्याल...
अगर आपके घर में भी किसी को इस तरह की समस्या है, तो आप इस पौधे का रस पीकर इस समस्या से निजात पा सकते है। इस पौधे को लेकर कई शोध किए गए है।
संपादक की पसंद