कई लोग खाना पैक करने के लिए एल्यूमीनियम फॉयल पेपर का इस्तेमाल करते हैं। क्या आप भी एल्यूमीनियम फॉयल के खतरनाक साइड इफेक्ट्स के बारे में नहीं जानते हैं?
क्या आप भी खाना पैक करने के लिए एल्युमिनियम फॉइल या फिर बटर पेपर यूज करते हैं? अगर हां, तो आपको भी जान लेना चाहिए कि आपको खाना पैक करने के लिए इन दोनों में से किसे चूज करना चाहिए।
कंपनी द्वारा दिया जाने वाला ये डिविडेंड, वित्त वर्ष 2023-24 का तीसरा डिविडेंड होगा। कंपनी ने इससे पहले, वित्त वर्ष 2023-24 में निवेशकों को 1 रुपये प्रति शेयर के पहले अंतरिम डिविडेंड और 2 रुपये प्रति शेयर के दूसरे डिविडेंड का भुगतान पहले ही कर चुकी है।
रिसाइक्लिंग इंडस्ट्री के रेगुलेटर एआई ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि एल्युमीनियम कबाड़ (स्क्रैप) की रिसाइक्लिंग प्रक्रिया से प्रति टन उत्पादन पर सिर्फ तीन लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित होता है।
यह कदम उपभोक्ता सुरक्षा तथा उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने आईएसआई मार्क को जरूरी कर दिया है।
हम सभी देखते आए हैं कि दवाओं की पैकेजिंग एल्युमिनियम फॉयल में होती है। लेकिन, कभी आपने ये सोचा है कि ऐसा क्यों होता है और इसके पीछे कारण क्या हैं, जानते हैं इस बारे में विस्तार से और समझते हैं इसकी पूरी साइंस
एल्युमीनियम उद्योग सीपीपी ने सुनिश्चित दीर्घकालिक कोयला आपूर्ति के लिए सीआईएल और उसकी सहायक कंपनियों के साथ एफएसए (ईंधन आपूर्ति समझौता) पर हस्ताक्षर किए हैं।
घरेलू कंपनियों ने इन चार देशों से भारत में आयात किए जाने वाले 80 माइक्रोन और उससे कम दर्जे के एल्यूमीनियम फॉयल के आयात की डंपिंग किए जाने की शिकायत की है।
फिक्की की खनन एवं खनिज पर समिति के सह चेयरमैन राहुल शर्मा ने कहा कि इसके अलावा ऊर्जा की गैर प्रतिस्पर्धी लागत और कोयले की भारी कमी की वजह से उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है
अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ इस्पात तथा एल्युमीनियम पर शुल्क हटाने को लेकर करार हो गया है। इस समझौते के तहत अमेरिकी शुल्कों के बाद लगाए गए जवाबी शुल्कों को भी वापस लिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस कदम से तीनों उत्तरी अमेरिकी देशों के बीच तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।
2017-18 में Nalco का शुद्ध मुनाफा इसके पिछले साल के 669 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 1,342 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
स्टील और एल्यूमिनियम जैसे उत्पादों के आयात पर ऊंचा शुल्क लगाने की अमेरिका के ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ यूरोपीय संघ और कनाडा सहित उसके कई प्रमुख भागीदार देशों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एल्युमिनियम और स्टील पर आयात शुल्क लगाने के मुद्दे पर भारत ने अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की विवाद निपटान प्रणाली में घसीटा है। भारत ने कहा है कि इन उत्पादों पर आयात शुल्क लगाने के अमेरिका के फैसले से उसका निर्यात प्रभावित होगा।
अमेरिका ने कनाडा, यूरोपीय संघ और मेक्सिको के इस्पात एवं एल्यूमीनियम उत्पादों पर शुल्क लगाने की समयसीमा आज एक जून तक टाल दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के इस कदम से यूरोपीय संघ, कनाडा और मेक्सिको के साथ बातचीत कर मामले का हल निकालने का अतिरिक्त समय मिलेगा।
चीन ने अमेरिका द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर आयात शुल्क लगाये जाने की भर्त्सना करते हुये कहा है कि इस तरह के कदमों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार परिवेश को गंभीर नुकसान होगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्पात के आयात पर 25 प्रतिशत और एल्यूमीनियम पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाने संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। ट्रंप के इस कदम से वैश्विक व्यापार युद्ध छिड़ सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है जिस वजह से दुनियाभर में ट्रेड वार फैलने की आशंका जताई जा रही है
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस्पात और अल्यूमीनियम आयात पर भारी शुल्क लगाये जाने के निर्णय से अमेरिका तथा उसके व्यापार सहयोगियों को नुकसान हो सकता है।
कमोडिटी फ्यूचर्स एक्सचेंज NCDEX ने निकेल और अल्यूमीनियम जैसी गैर-कृषि कमोडिटीज में ऑप्शंस कारोबार शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मांगी है।
घरेलू रसोई गैस (LPG) नोट बुक, खाना रखने वाली एल्युमीनियम फॉयल, अगरबती, अन्य कई रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुएं 1 जुलाई से GST लागू होने के बाद सस्ती हो जाएंगी।
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