इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मंगलवार को पुलिस से कहा कि वह उच्चतम न्यायालय के 2014 के एक आदेश द्वारा समर्थित सीआरपीसी के प्रावधानों का पालन किए बगैर एक SC/ST महिला और उसकी बेटी पर हमले के आरोपी चार लोगों को गिरफ्तार नहीं कर सकती।
उन्नाव रेप केस की जांच कर रही सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार के जवाब पर नाराजगी जताई है...
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2015 की 34,716 पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती पर लगी रोक हटा ली है...
इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा (Assistant Teacher Recruitment Examination 2018) को स्थगित करने का आदेश दिया है...
12 अक्टूबर को इलाहबाद हाईकोर्ट के न्यायधीश न्यायमूर्ति बी.के. नारायण और न्यायमूर्ति ए.के. मिश्रा ने तलवार दंपति को संदेह का लाभ देते हुए उनकी 14 वर्षीय बेटी और नौकर हेमराज की हत्या में बरी कर दिया था...
करीब 164 साल पुराने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गई। सुन्नी वक्फ बोर्ड सुनवाई टालने की मांग की। सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 5 जजों की बेंच में 15 जुलाई 2019 के बाद सुनवाई की मांग रखी।
मंदिरों की आरती, माता का जागरण और घर के पूजा पाठ से क्या ध्वनि प्रदूषण होता है? क्या अजान की आवाज़ लोगों को परेशान करती है?
यूपी की डासना जेल में आज सुबह से ही गहमा-गहमी रही। आरुषि के मम्मी पापा को जहां रिहाई का इंतज़ार था वहीं, जेल के वो क़ैदी भी राजेश और नूपुर तलवार की रिहा से खुश थे
सवाल ये है कि इतने हाईप्रोफाइल और अहम केस में ऐसी लापरवाही किसने की? हाईकोर्ट ने सीबीआई और सीडीएफडी पर बेहद ही तल्ख टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे सीबीआई और सीडीएफडी ने राजेश और नूपुर तलवार को निर्दोष साबित होने से रोकने के लिए एक
दूसरी टीम ने भी जांच की लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने के बाद दूसरी टीम ने क्लोज़र रिपोर्ट लगा दी। आखिरकार विशेष अदालत ने क्लोजर रिपोर्ट को ही एफआईआर में तब्दील कर सुनवाई की और आरुषि के मम्मी-पापा राजेश और नूपुर तलवार को अपनी ही बेटी के कत्ल का दोषी कर
आरूषि के मर्डर केस में हाईकोर्ट के फैसले में चौंकाने वाली बातें कही गई हैं। हाईकोर्ट ने CBI से कहा कि आपने अपने मन से एक कहानी गढ़ी फिर उसमें मनमुताबिक किरदार फिट किए और पूरी फिल्म बना दी।
जेल में ये नुपूर का इकलौटा इंटरव्यू है। नुपूर से ये बातचीत वर्तिका नंदा ने तिनका-तिनका फाउंडेशन की तरफ से की थी। सुनिए उस दौरान नुपूर ने बेटी आरुषि हत्याकांड को लेकर क्या-क्या कहा था..कैसे बयां किया था बेटी की मौत का दर्द।
जेल के सूत्रों की मानें तो फैसले से पहले राजेश और नूपुर तलवार काफी गुमसुम थे, लेकिन फैसला आने के बाद दोनों के चेहरे चहक रहे हैं। हाईकोर्ट के फैसले से बेशक तलवार दंपति की जेल से रिहाई का रास्ता साफ हो गया हो लेकिन आरुषि को न्याय मिलने की उम्मीद एक बा
अनुमान और आकलन के आधार पर सीबीआई की अदालत द्वारा सुनाए गए इस फैसले में ऐसे कई अनसुलझे सवाल थे जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता था लेकिन जवाब ना पुलिस दे पा रही थी, ना सीबीआई। देखते ही देखते ये घटना सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री बन गई। अब तक इस मामले में पता
आरुषि-हेमराज मर्डर केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए राजेश और नूपुर तलवार को बरी कर दिया है। परिजनों को हाईकोर्ट के फैसले से राहत मिली है, अब सभी लोग तलवार दंपति के जेल से बाहर आने का इंतज़ार कर रहे हैं। तलवार फैमिली के लोग अब से थोड
आरुषि-हेमराज हत्याकांड पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसले आने के बाद आरुषि की चाची वंदना तलवार ने कहा कि...
हाई कोर्ट ने इस बहुचर्चित मामले पर CBI अदालत के फैसले को पलट दिया और राजेश एवं नूपुर तलवार को बरी करते हुए हुए कहा कि...
ये अनूठा केस बन गया था। पता ही नहीं चल रहा था कि आरुषि और हेमराज का मर्डर किसने किया और उससे भी बड़ा सवाल की मर्डर क्यों हुआ।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय बहुचर्चित आरुषि एवं हेमराज हत्याकांड के मामले में सीबीआई अदालत के फैसले के खिलाफ राजेश तलवार और नुपुर तलवार की अपील पर आज फैसला सुना सकता है।
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