चीन में अलीबाबा और उसकी अन्य कंपनियों के खिलाफ सरकार की नजर उस समय टेढ़ी हुई, जब जैक मा ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सीधे चीनी सरकार या ये कहें कि सर्वशक्तिमान राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर हमला बोला।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के संस्थापक अरबपति जैक मा के नेतृत्व वाला एंट ग्रुप 34.4 अरब डॉलर मूल्य के शेयरों की बिक्री करेगा और अपने शेयरों को शंघाई एवं हांगकांग के शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराएगा।
66 वर्षीय झोंग शानशन Beijing Wantai Biological Pharmacy Co. Ltd के भी चेयरमैन है, जो एक वैक्सीन बनाने वाली कंपनी है।
शाओमी की जिली, अलीबाबा की अलीएक्सप्रेस के साथ ही टिकटॉक की मालिकाना कंपनी बाइटडांस की रेसो और यूलाइक जैसे एप इस लिस्ट में शामिल हैं।
कोर्ट ने जैक मा को 29 जुलाई तक पेश होने या जवाब देने को कहा
यूसी वेब भारत में 2009 से काम कर रही है और यहां वह मोबाइल ब्राउजर यूसी ब्राउजर और न्यूज एग्रीगेशन सर्विस यूसी न्यूज का परिचालन कर रही थी।
सूत्रों ने बताया कि भारत में स्थितियां चुनौती पूर्ण बने रहने और भविष्य की अनिश्चितता बरकरार रहने के चलते प्रबंधन ने भारत में अपना कारोबार समेटने का फैसला किया है।
भारत सरकार ने चीन, पाकिस्तान सहित पड़ोसी देशों से निवेश के नियम सख्त किए हैं
सूत्रों ने बताया कि अरामको के आईपीओ को 4.65 गुना अभिदान मिला है और इसके लिए कुल 119 अरब डॉलर की बोलियां मिली हैं।
अलीबाबा की सब्सिडियरी एंट फाइनेंशियल ने 40 करोड़ डॉलर और सॉफ्टबैंक ने 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया है।
यह करीब एक दशक में हांगकांग का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
अलीबाबा की सिंगल डे सेल की शुरुआत 2009 में हुई थी और तब केवल 27 मर्चेंट्स ने इस ग्लोबल शॉपिंग फेस्टिवल में भाग लिया था।
उनका चेयरमैन पद से हटने का कार्यक्रम एक साल पहले तय कर लिया गया था।
सरकार की योजना 'अलीबाबा' और 'अमेजन' की तर्ज पर 'भारतक्राफ्ट' पोर्टल पेश करने की है। यह एक ई-कॉमर्स मार्केटिंग मंच है। इस मंच से दो-तीन साल में करीब 10 लाख करोड़ रुपये का राजस्व आने की उम्मीद है।
चीन की ई-कॉमर्स दिग्गज अलीबाबा ने शुक्रवार को 16.7 अरब डॉलर राजस्व प्राप्त करने की घोषणा की है, जो साल-दर-साल आधार पर 42 फीसदी की बढ़ोतरी है। साथ ही 30 जून को समाप्त हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2.7 अरब डॉलर रहा है।
गडकरी ने उदाहरण देते हुए कहा कि इस पोर्टल की मदद से कोई भी मधुमक्खी पालक अपने उत्पाद को पूरे दुनिया में कहीं भी बेच सकेगा।
केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों तथा खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों की बिक्री के लिए अमेजॉन और अलीबाबा जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों की तर्ज पर एक बड़ी वेबसाइट शुरू करेगी जिसमें वैश्विक स्तर पर माल बेचा जा सकेगा।
पेटीएम (Paytm) यूजर्स के लिए बुरी खबर है। आज (1 जुलाई) से पेटीएम मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) का बोझ कंज्यूमर्स पर डालेगी।
सरकार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम श्रेणी के उपक्रमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को कहा कि वे एमएसएमई को होने वाली दिक्कतों के समाधान के लिए महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करें।
चीन की अलीबाबा से वित्त पोषित पेटीएम मॉल देश की तेजी से आगे बढ़ती ऑनलाइन से ऑफलाइन (ओ2ओ) कंपनी है। पिछले छह महीने में कंपनी का ओ2ओ कारोबार 200 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर से बढ़ा है।
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