CIA Al-Zawahiri: अलकायदा के आतंकवादी अल-जवाहिरी की मौत के बाद व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें बाइडेन सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स से बात करते हुए दिख रहे थे और उनके सामने की मेज पर लकड़ी का एक बंद डिब्बा रखा था।
US Defense Aid to Pakistan: जिस अमेरिका ने पाकिस्तान को कुछ वर्ष पहले दो अरब डॉलर की रक्षा सहायता देने से साफ इंकार कर दिया था, जिस अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाक को साफ शब्दों में कह दिया था कि वह आतंकवादी संगठनों तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल रहा है।
West Bengal News: पश्चिम बंगाल में 'अलकायदा' के दो आतंकवादियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। दोनों बड़े हमले को अंजाम देने की कोशिश में थे। दोनों से पूछताछ के बाद 17 और लोगों के नाम सामने आए हैं।
Nupur Sharma: अल कायदा का कहना है कि नूपुर शर्मा ने ईशनिंदा की है, उन्हें सजा जरूर देनी चाहिए। इसके साथ ही मुसलमानों को हथियार उठाने के लिए उकसाया गया है। अलकायदा ने मुसलमानों से कहा है कि वे जिहाद की रक्षा के लिए खुद को हथियारों से लैस करें।
Al-Qaeda News: अफगानिस्तान में अलकायदा से जुड़े कई हजार लोग मौजूद हैं और उनमें से कई की मदद अफगान तालिबान कर रहा है।
‘निंजा’ मिसाइल दागे जाने पर विस्फोट नहीं होता और नुकसान भी बहुत कम होता है। साथ ही आम लोगों के हताहत होने की गुंजाइश भी कम होती है। ये व्यक्तियों और संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होती हैं, लेकिन अन्य ‘सुपर’ हथियार लोगों के जीवन जीने के तरीके और युद्ध लड़ने के तरीकों को बदल सकते हैं।
इससे पहले अल-कायदा के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए ये प्रक्रिया 2011 में ओसामा की मौत के बाद अपनाई गई थी। अल-जवाहिरी को शूरा के सदस्यों से "बायत" या निष्ठा की प्रतिज्ञा प्राप्त करने की जरूरत थी।
अमेरिका के ऐनालिस्ट यह दावा कर रहे हैं कि जो बायडेन ने अगले चुनाव में अपनी रेटिंग सुधारने के लिए जवाहिरी को मारने का ग्रीन सिग्नल दिया।
अमेरिका ने अपने सबसे बड़े दुश्मनों में से एक अल-कायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को अफगानिस्तान में ड्रोन हमला कर मार गिराय गया है। अमेरिका ने इस हमले के लिए खाड़ी देश से काबुल तक अपना अत्याधुनिक ड्रोन भेजा था
अल-जवाहिरी ने भारतीय युवाओं को भड़काने के लिए वीडियो भी जारी किए हैं। उसने मरने से पहले अपने हालिया वीडियो में भारत के कर्नाटक राज्य का हिजाब विवाद उठाया था।
Pakistan: ओसामा बिन लादेन के बाद अब अमेरिका ने अपने एक और बड़े दुश्मन अल कायदा चीफ अल जवाहिरी का खात्मा कर दिया। इस मामले में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह का एक बयान आया है, जिसके अनुसार अमेरिका ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान की मदद ली और इसके बदले उसने पाकिस्तान को मोटी रकम देने का वादा किया।
‘9/11 जस्टिस’ एक जमीनी स्तर का संगठन है, जिसमें हमले में जीवित बचे लोग, हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के सदस्य शामिल हैं। समूह ने एक बयान में बाइडेन से आग्रह किया कि वे 9/11 के पीड़ितों का साथ देना जारी रखें और इस हमले के पीड़ितों के लिए इंसाफ की मांग करने वालों का समर्थन करते रहें।
आतंकवादी संगठन अलकायदा का सरगना अल जावहिरी अफगानिस्तान के काबुल में अमेरिका द्वारा मार गिराया गया। इस पर खुशी जाहिर करते हुए, बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा कि अल जवाहिरी के मारे जाने से हमें बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। लेकिन भारत में ऐसे कई अल जवाहिरी छिपे हैं, इन सभी को चुन-चुन कर मारा जाना चाहिए।
तालिबान ने शुरुआत में इस हमले को अमेरिका की ओर से दोहा समझौते का उल्लंघन करने वाला दिखाने की कोशिश की। समझौते में यह भी कहा गया है कि अमेरिका पर हमले की मंशा रखने वाले को तालिबान शरण नहीं देगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को घोषणा की कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) द्वारा काबुल में शनिवार शाम किए गए ड्रोन हमले में जवाहिरी मारा गया है। जवाहिरी काबुल स्थित एक मकान में अपने परिवार के साथ छिपा था।
पाकिस्तान ही अकेला ऐसा देश है, जो अमेरिका के किलर ड्रोन को यहां से गुजरने के लिए रास्ता दे सकता है। यहां ये बात इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पाकिस्तान और तालिबान का रिश्ता इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है।
अल-जवाहिरी 9/11 हमले की साजिश रचने वालों में से एक था। इस घातक हमले के बाद अमेरिका में कई सरकारें आईं और कई गईं, राष्ट्रपति भी बदलते रहे, लेकिन इस देश ने आतंकियों के खात्मे का अपना अभियान जारी रखा।
Al Zawahiri: CIA के इस मिशन में खतरनाक MQ-9 रीपर एएस ड्रोन का प्रयोग किया और इस ड्रोन को इससे दोगुनी खतरनाक मिसाइल R9X हेलफायर से लैस किया था। इस मिसाइल को दुनिया का सबसे ज्यादा एडवांस्ड हथियार माना जाता है।
अमेरिकी वायु सेना ने इसे अपना सबसे खतरनाक हथियार बताया है। यह सटीक समय पर दुश्मन पर निशाना लगा सकता है। रीपर ड्रोन इतना घातक है कि सर्विलांस पर भी इसका पता नहीं चलता है।
Al Zawahiri Death: जिस तरह के किले में ओसाम बिन लादेन रहता था, ठीक वैसे ही घर में अल-जवाहिरी भी रहा करता था। ये घर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के शेरपुर में है। इस चार मंजिला इमारत में एक बेसमेंट भी था और इस बंगले को उसी तरह बनाया गया, जैसा पाकिस्तान में बंगले बनाए जाते हैं।
संपादक की पसंद