अखिलेश ने योगी से लेकर मोदी सरकार पर चुन-चुनकर निशाना साधा. महंगाई पर केंद्र सरकार को घेरते हुए अखिलेश ने कहा कि महंगाई बेतहाशा बढ़ गई है, अखिलेश ने पेट्रोल और एलपीजी सिलेंडर की रोज बढ़ती कीमतों पर सरकार से जवाब मांगा।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी से सुलह के संकेत दिए हैं। इंडिया टीवी से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा है कि उन्हें अभी भी अखिलेश यादव के साथ गठबंधन की उम्मीद है और अखिलेश यादव उनसे हाथ मिलाते हैं, तो ही भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला किया जा सकता है।
यात्रा शुरू होने से पहले अखिलेश ने पत्रकारों से कहा कि इस यात्रा का मकसद राज्य से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सफाया करना है और जिस तरह से लखीमपुर खीरी में कानून को कुचला गया है, किसानों को कुचला गया है, संविधान की धज्जियां उड़ाई गई हैं उससे जनता में भाजपा के प्रति बहुत आक्रोश हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को लखीमपुर में हुई घटना को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि लखीमपुर की घटना का वीडियो जिसने भी देखा उसने घटना की निंदा की है। ये संविधान कुचलने वाली सरकार है। सबने सब कुछ देखा फिर भी दोषी अभी तक नहीं पकड़े गए हैं। जिन भी परिवार से मैं मिला सबने कहा कि दोषी को सज़ा मिले।
लखीमपुर हिंसा ने पूरे देश झकझोर कर रख दिया है। जहां हिंसा की ख़बरें सुर्खियां में नज़र आ रही हैं वहीं कई नेता इस मुद्दे को सियासी रंग-रूप दे रहे हैं। देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा अब एक सियासी मुद्दा बन चुका है। क्या किसानों के सहारे चुनाव से पहले यूपी को सुलगाने की साजिश हो रही है? देखिए अबकी बार किसकी सरकार पंकज भार्गव के साथ।
उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में विलय कर लिया है। क्या इससे 2022 के चुनाव में अखिलेश की नैया पार लगेगी?
कानपुर पहुंचे सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव परिवार की मुलाकात
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, पंकज सिंह ने दावा किया कि इस बार के चुनाव में BJP पिछली बार से ज़्यादा सीटें लेकर आएगी
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, अखिलेश यादव ने चुनाव से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जातिगत जनगणना, गंगा की सफाई, क्राइम, जैसे मसलों को बखूबी उठाया। सुनिए इंडिया टीवी के साथ उनकी ख़ास बातचीत।
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, अखिलेश यादव ने इंडिया टीवी की एंकर सुरभि शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए महिला सुरक्षा और क्राइम जैसे मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान इसे लेकर कई सारे बदलाव किए गए।
इंडिया टीवी के ख़ास प्रोग्राम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, अखिलेश यादव ने किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यूपी के किसान कृषि कानूनों के खिलाफ हैं।
सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ने India TV के Chunav Manch कार्यक्रम में कहा है कि वह Corona Vaccine तब लगाएंगे जब वैक्सीन पर भारत का झंड़ा लगाया जाएगा। इसके अलावा अखिलेश ने UP Gov से सवाल किए कि उन्होंने 4.5 वर्षों में बिजली बनाने के कौन से कारखाने लगाए हैं?।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने CM योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा है कि योगी सरकार में यूपी में अपराध बढ़ते जा रहे हैं। अखिलेश ने गंगा सफाई पर योगी सरकार द्वारा किए गए खर्च पर भी सवाल उछाए हैं।
अखिलेश यादव ने प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि दी है। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि इस मामले में सही से जांच होनी चाहिए।
योगी सरकार का दावा है कि उसने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में पूर्व की सपा और बसपा सरकारों से बेहतर काम किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा प्रदेश आबादी के हिसाब से सबसे बड़ा प्रदेश हैं। हमने सुरक्षा और सुशासन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये सभी राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारियां चरम पर है। राज्य में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी भी वोटरों को लुभाने में लगी हुई है। पिछले वर्ग के मतदाताओं में गहरी पैठ बनाने के लिये अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी सोमवार से यूपी में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन शुरू करने जा रही है। इस सम्मेलन के तहत सपा पूरे यूपी में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। यह सम्मेलन 15 अगस्त तक चलेगा।
आज जहां योगी आदित्यनाथ अयोध्या जाने वाले हैं वहीं अखिलेश यादव ने लखनऊ में साइकिल यात्रा निकाली और कोरोना को लेकर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया। उनके मुताबिक कोरोना के दौरान बदइंतज़ामी में यूपी नंबर 1 है।
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिये शुरु हो रही सरगर्मियों के बीच सोमवार को अखिलेश यादव की मौजूदगी में हुई दो दिग्गज नेताओं की भेंट से यूपी की राजनीति और चुनावों को लेकर अटकलों का दौर शूरू हो गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव अगले साल की शुरुआत में हो सकते हैं, लेकिन राजनीतिक परिदृश्य को फिर से तैयार करने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। और जाति अंकगणित से प्रभावित राज्य में, यह छोटे खिलाड़ी हैं, राजनीति के अतिरिक्त, जो मुख्यधारा की पार्टियों के लिए “बनाने या तोड़ने” का कारक हो सकते हैं।
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