महाराष्ट्र की राजनीति में फिर बड़ा खेल हुआ है। इस बार एनसीपी के 30 विधायकों के साथ अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्हें सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है।
अजित पवार को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाया गया है। ये महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा उलटफेर है। अजित के पास 30 विधायकों का समर्थन है।
महाराष्ट्र में बड़ा सियासी फेरबदल हुआ है। अजित पवार अपने 30 विधायकों के साथ सरकार में शामिल हो गए हैं। अजित पवार ने राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली है।
महाराष्ट्र की सियासत में आज बहुत बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि अजित पवार महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होंगे और उनके 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
शरद पवार ने अजित पवार को छोड़कर सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को NCP का कार्यकारी अध्यक्ष क्यों बनाया इसको लेकर उन्होंने कारण साफ किया है। इस दौरान पवार ने विपक्ष की मीटिंग को लेकर भी अहम बातें बताईं।
अजित पवार ने कहा-हमारे महाराष्ट्र की एक संस्कृति है.. परंपरा है... इतिहास है... इस राज्य के बड़े नेता यशवंत चव्हाण ने हमें राजनीतिक संस्कृति दी है और सभी को इस संस्कृति का पालन करना चाहिए।
रेल हादसे को लेकर अजित पवार ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले ऐसे रेल हादसे होते थे, तो रेल मंत्री इस्तीफा देते थे।
महाराष्ट्र में एनसीपी में क्या कुछ गड़बड़ चल रहा है। इसकी बानगी देखने को मिली जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नए संसद भवन को लेकर तंज कसा, वहीं अजित पवार ने केंद्र का समर्थन किया।
आदित्य ठाकरे के बैनर नागपुर में उद्धव ठाकरे गुट की युवा सेना ने लगाए हैं। आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाने वाले बैनरों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।
महाविकास अघाड़ी में एक बार फिर से अनबन शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता नाना पटोले और एनसीपी नेता अजित पवार के बीच अनबन शुरू हो गई है। दोनों के बीच तीखी बयानबाजी हुई है।
RBI द्वारा 2000 का नोट वापस लेने पर अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। नोट वापस लेने पर अजित ने कहा कि ये निर्णय मई में लिया गया है यानी सितम्बर में ये नोट बंद होंगी और बीच में तीन महीने का वक्त है और इस बीच इन तीन महीनों में लोगों को तकलीफ होगी ऐसा तो नहीं लगता है।
एनसीपी नेता अजित पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार पर कोई खतरा नहीं है। पवार ने कहा कि 16 विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद भी शिंदे-फडणवीस सरकार नहीं गिरेगी।
शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उधर, इस फैसले पर अजित पवार के नाराज होने की खबरें सामने आने लगी थी। लेकिन अजित पवार ने कहा कि वे नाराज नहीं हैं।
शरद पवार जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे उसी वक्त इंडिया टीवी की तरफ से यह सवाल आया कि मंच पर अजित पवार क्यों नहीं हैं? इस सवाल पर शरद पवार मुस्कुराने लगे।
शरद पवार के इस फैसले से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ विरोधी पार्टी बीजेपी भी सकते में है। इसे लेकर बीजेपी की ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
एनसीपी के मुखिया पद से शरद पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि एनसीपी का नया मुखिया कौन होगा। कहा जा रहा है शरद ने खुद नया नाम तय कर लिया है। जानें डिटेल्स-
अटकलें हैं कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल होंगे और उनके समर्थक उनके अगला सीएम बनने के समर्थन में होर्डिंग भी लगाए थे। इसे लेकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रहार किया है।
राज ठाकरे ने बाल ठाकरे की शिवसेना से नाता तोड़कर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की आधारशिला रखी थी।
अजित पवार ने कहा कि जो पोस्टर लगाया जा रहा है उसे बंद करें, मैंने कभी नहीं कहा कि ऐसे पोस्टर लगाया जाए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के पॉलिटिकल क्राइसिस पर सुनवाई चल रही, जब फैसला आएगा, तब बात करेंगे।
महाराष्ट्र में एकतरफ सत्तापक्ष बीजेपी शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज है वही विपक्ष महाविकास आघाड़ी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान छिड़ गया है।
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