महाराष्ट्र में जो हुआ वो चौंकाने वाला नहीं है। अजित पवार ये प्रयोग 2019 में ही कर चुके थे, फिर बीजेपी की शरण में चले गए हैं। अब कर्नाटक के पूर्व सीएम को इस बात का डर लग रहा है कि कर्नाटक से अगले अजित पवार के रूप में कौन उभरने वाला है।
इस वक्त महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी हलचल है। शरद पवार की राजनीति विसर्जित हो रही है। कुनबा बगावत करके पवार को छोड़ गया लेकिन पवार कहते हैं कि वह तीन महीने के भीतर पार्टी को फिर खड़ी कर देंगे।
महाराष्ट्र में रविवार को शुरू हुआ सियासी भूचाल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी दिन भर जहां बयानों से राजनीति गरमाती रही वहीं जैसे ही शरद पवार ने अजित गुट पर कार्रवाई की वैसे ही अजित ने कई ऐलान कर दिए।
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए रविवार का दिन काफी उथल-पुथल भरा रहा। भतीजे अजित पवार के एनसीपी छोड़कर शिंदे नीत सरकार का हिस्सा बनने पर चाचा शरद पवार ने कहा-मुझे कोई दुख नहीं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज ‘गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इससे पहले शरद पवार भी अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व सीएम यशवंत राव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने सतारा के कराड पहुंचे थे।
अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए इन दोनों नेताओं के सामने जो भी आता है उसका रास्ता साफ करके ये आगे बढ़ने वाले लोग हैं। विजय वडेट्टीवार ने कहा कि कांग्रेस की जो भूमिका पहले थी, वही भूमिका आज भी है।
पार्टी टूटने के बाद NCP प्रमुख शरद पवार ने अपने समर्थकों को संबोंधित किया। अपने संबोधन के दौरान शरद पवार बीजेपी पर जमकर बरसे। शरद पवार ने कहा कि कई राज्यों में बीजेपी ऐसे खेल कर रही है। उसे उसकी सही जगह दिखाएंगे।
अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों के शिंदे सरकार में शामिल होने की वजह से सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। लोग अब यह देखना चाहते हैं कि शरद पवार इस मामले पर क्या रणनीति तैयार करेंगे।
महाराष्ट्र की सियासत हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच एनसीपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष जयंत पाटिल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि राज्य अनुशासन कमेटी ने विधायकों के कदम पर अपात्रता पिटीशन को विधानसभा अध्यक्ष के पास हार्ड कॉपी और मेल के जरिए भेजा है।
बिहार के पटना में विपक्षी दलों की बैठक का आयोजन 23 जून को किया गया था। लेकिन उससे पहले विपक्षी खेमे से जीतनराम मांझी अलग हो गए और एनडीए के साथ चल दिए।
रविवार दोपहर को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार महाराष्ट्र की NDA सरकार में शामिल हो गए। इस सरकार में उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही एनसीपी के 8 अन्य विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है।
महाराष्ट्र में रविवार को दिनभर सियासी हलचल जारी रही। एनसीपी नेता अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए गए। शरद पवार ने इससे पहले उन्हें मनाने की बहुत कोशिश की। जानिए पूरी सियासी पटकथा-
इस प्रकरण के बाद शरद पवार और अजित पवार के गुट अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेंगे। जहां शरद पवार सोमवार को कराड में शक्ति प्रदर्शन करेंगे तो वहीं अजित 5 जुलाई को मुंबई में अपनी ताकत दिखाएंगे।
महाराष्ट्र में बड़ा सियासी फेरबदल हुआ है। एनसीपी नेता अजित पवार ने शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने करारा तंज कसा है।
एक साल पहले शिवसेना में टूट हुई थी और अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टूट ने राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। इस प्रकरण के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हालात काफी बदल गए हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में हुई उठापटक के बीच अजित पवार NDA सरकार में शामिल हो गए हैं। डिप्टी सीएम की शपथ लेने के बाद अजित ने दावा किया है कि पार्टी के सभी विधायकों का उन्हें समर्थन है।
महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी नेता अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं, इसपर संजय राउत ने कहा है कि अब जल्द ही नया सीएम भी मिलेगा।
आज अजित पवार ने महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा सरप्राइज दिया है। अजित पवार अपने 9 विधायकों के साथ शपथ ग्रहण कर शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब NCP सुप्रीमो शरद पवार प्रेस कॉन्फेंस कर रहे हैं।
वहीं सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने कहा कि बीते 24 वर्षों से मैंने शरद पवार के नेतृत्व में पार्टी को बनाने और बड़ा करने के लिए काम किया। अब पार्टी में नए लोगों और चेहरों को मौका दिया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि देश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है और इसीलिए हमने राज्य की NDA सरकार को अपना समर्थन दिया।
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